[Team insider] पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज हादसे को लेकर बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम चुप नहीं बैठेंगे, बल्कि इसकी जांच सीबीआई से कराएंगे। मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की और उपायुक्त को हटाने की भी मांग की। बीजेपी मामले में शांत नही बैठेगी। बल्कि इसे लेकर आंदोलन करेगी। वहीं सरकार पर अवैध खनन और जमीन लूट पर भी सवाल उठाए। आगे बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज भी सरकार सचेत नहीं होगी तो आगे जितनी भी लड़ाई कानून के दायरे में रहकर लड़ना होगा उसे लड़ने का काम करेंगे।
दरअसल 2 दिन पूर्व साहिबगंज से बिहार के कटिहार जिले के मनिहारी घाट के बीच गंगा नदी में स्टोन के ट्रकों से भरे जहाज का बैलेंस बिगड़ गया था जिस पर करीब 14 ट्रकों में स्टोन लोड था जिसमें सभी ट्रकों के ड्राइवर और हेल्पर सवार थे। वह जहाज हादसे का शिकार हो गया था।
डीसी ही दे रहे गलत जानकारी
जिले के डीसी ने घटना पर झूठ कहा था कि दिन में 11 बजे जहाज इस पार से अगली ओर जा रहा था। वास्तव में रात में 10।50 में यह जहाज खुला था जो नियम विरूद्ध था। सूर्योदय से सुर्यास्त तक ही मालवाहक जहाज के फेरी लगाने का समय तय है। ऐसी स्थिति में जब डीसी ही गलत जानकारी दे रहे हों तो स्थानीय प्रशासन भला वास्तविक जांच कैसे करेगा।
जहाज की फेरी संबंधी काम का ठेका सीएम हेमंत के गुर्गों ने लिया है
बाबूलाल ने आरोप लगाते कहा कि साहिबगंज की घटना मानवीय भूल नहीं, माफिया सिंडिकेट की करतूतों की वजह से हुई है। इस सिंडिकेट को सरकारी संरक्षण प्राप्त है। यहां तक कि जहाज की फेरी संबंधी काम का ठेका सीएम हेमंत सोरेन के गुर्गों ने दो सालों बाद एक बार फिर इस साल ले लिया है। जो काम दो साल पहले 20-25 लाख के ठेके में हो जाता था, इस बार इसके लिये 8 करोड़ से अधिक खर्च किये गये हैं।