रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध में दोनों पक्षों ने जमकर तबाही मचाई है। एक तरफ जहां रूस यूक्रेन पर लगातार हमलावर है वहीं दूसरी और यूक्रेन भी अपने स्तर पर रूस के हमलों का जवाब देने में लगी हुई है। इसी बीच अब गुप्त रूप से अन्य देशों ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया है। जहां कुछ यूरोपीयन देश यूक्रेन का साथ देना चाहते है वहीं भारत ने अपना पक्ष साफ रखा है। वह ना तो रूस का साथ दे रहा है और ना ही यूक्रेन का हाथ थाम रहा है। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपने बयान बाजी को लेकर भारत को यूक्रेन के साथ खड़े रहने के लिए दवाब में डाल रहे है।
अमेरिका से मिल रही सलाह
हाल में ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत को आगाह करते हुए कहा कि रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों में गतिरोध पैदा करने वाले देशों को अंजाम बुरा होगा। साथ ही अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने भारत के लिए कहा कि यदि चीन भारत पर हमला करता है तो रूस, उसे बचाने के लिए नहीं आएगा। जिसके बाद रूस ने भारत को एक बड़ा ऑफर दिया है।
रूस के विदेश मंत्री करने आए भारत का दौरा
बता दें कि अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आज यह बात कही जब रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भारत के दौरे पर आए हैं। जहां भारत के रूसी तेल खरीदने समेत द्विपक्षीय व्यापार के लिए बातचीत होनी थी। वहीं रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने आज घोषणा करते हुए कहा कि रूस भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए तैयार है। अगर वह हमसे कुछ खरीदना चाहते है तो रूस उसकी आपूर्ति जरुर करेंगा।
भारत के विदेश मंत्री से हुई बात
बता दें कि भारत और रूस के संबंध काफी अच्छे है। वहीं शुकवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने दिल्ली में बातचीत के बाद बताया कि वह चर्चा के लिए तैयार हैं। वहीं आज रूस के विदेश मंत्री लावरोव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और उन्हें यूक्रेन में रूस के द्वारा की गई कार्रवाइयों के बारे में बताएंगे।