बिहार में पिछले दिनों सम्राट अशोक के जयंती के नाम पर खूब सियासत हुई। जिसे लेकर जदयू और बीजेपी आमने सामने आ गई थी। बीजेपी के द्वारा कल आठ अप्रैल को सम्राट अशोक की जयंती मनाई गई थी। वहीं आज जदयू सम्राट अशोक की जयंती मना रही है। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल (Shri Krishna Memorial Hall) सभागार में जदयू द्वारा सम्राट अशोक की जयंती समारोह का आयोजन किया गया है। जहां पार्टी के शीर्ष नेता भी मौजद थें। वहीं सीएम ने कहा कि जदयू ने सबसे पहले सम्राट अशोक की जयंती मनाने की शुरुआत की थी।
इशारों में सख्त चेतावनी
इस बीच जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी को इशारों में सख्त चेतावनी भी दी है। दोनों नेताओं ने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार हैं किसी हाल में किसी और का नेतृत्व जदयू स्वीकार नहीं करेगी। वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने बीते दिनों सम्राट अशोक की जयंती मनाने को लेकर कहा कि सम्राट अशोक की छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब सम्राट अशोक जयंती पर बिहार में अवकास की घोषणा की थी, उस समय बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन की सरकार नहीं थी।
जातीय जनगणना से होगा फायदा
उस समय बिहार में जदयू का किसी अन्य पार्टी के साथ गटबंधन की सरकार थी। उसी समय नीतीश कुमार ने घोषणा की थी। उपेंद्र कुशवाहा ने अपने सहयोगी पार्टी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग बिना सोंचे समझे काम करते हैं और बयान बाजी करते हैं। तभी तो इनकी ऐसी दुर्दशा हो रही है। वहीं जातीय जनगणना के लेकर कहा कि हमारी पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में निर्णय लिया की जातीय जनगणना कराया जाए, जब तक जातीय जनगणना नही होगी तब तक सभी का विकास नहीं हो सकता।
सम्राट अशोक के विचारों को मानना होगा
बीजेपी के एक बड़े मंत्री ने पार्लियामेंट में 2018 में कहा था कि 2021 में सामान्य जनगणना के साथ जातीय जनगणना भी कराई जाएगी। अभी तक जातीय जनगणना नहीं कराया गया। अशोक सम्राट का झंडा लेकर जयंती मनाने से विकास नहीं होगा, बल्कि सम्राट अशोक के विचारों को मानने से होगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज भी हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और अन्य कोर्ट में कितने पिछड़ों को न्यायधीश बनाया गया है? आज भी सिस्टम की वजह से सामान्य कोटे से आने वाले गरीब घरों के ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत या कायस्थ को हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में न्यायधीश नही बनाया जाता है।
नेतृत्व पर कोई समझौता नहीं
जब तक गरीबी और पिछड़ों को उनका हक नही मिलता तब तक सम्राट अशोक को सच्ची श्रद्धांजलि नही मिलेगा। हम लोग बिहार में नेतृत्व पर कोई समझौता नहीं कर सकते, बिहार में हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और रहेंगे। हम लोग अपने कार्य प्रणाली से भी समझौता नहीं कर सकते। वहीं ललन सिंह ने कहा कि आज बिहार में नीतीश कुमार अशोक सम्राट की याद में कई चीजें की हैं। सम्राट अशोक की जयंती को राजकीय छुट्टी घोषित की गई है। उनके संस्मरणों को संयोजने का काम कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में भी सम्राट अशोक को जीवंत रख सकें।
जातीय जनगणना के लिए पार्टी अडिग
ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा का समर्थन करते हुए जातीय जनगणना कराने की मांग की, उन्होंने कहा की याद कीजिए कि इससे पहले जातीय जनगणना कब हुआ था। जातीय जनगणना के लिए हमारी पार्टी अडिग है, पहले केंद्र सरकार ये फैसला ले की वो जातीय जनगणना कराएंगे या नहीं कराएंगे उसके बाद हमारी पार्टी इसको लेकर आगे बढ़ेगी।