समाजवादी पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के लिए Z+ कवर के अलावा NSG सुरक्षा कवर बहाल करने की मांग की है। दरअसल, अखिलेश यादव को 2012 में यूपीए सरकार के दौरान जेड-प्लस श्रेणी की एनएसजी सिक्योरिटी दी गई थी। तब वे यूपी के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, और खुफिया एजेंसियों ने उनके लिए खतरे की आशंका जताई थी। हालांकि, 2019 में केंद्र की बीजेपी सरकार ने अखिलेश यादव की एनएसजी सिक्योटिरी वापस ले ली।

गृह मंत्रालय ने कहा कि इसकी नियमित तौर पर समीक्षा की जाती है और अब अखिलेश यादव के लिए खतरे का स्तर उतना गंभीर नहीं है। तब एनएसजी की जगह अखिलेश यादव को यूपी पुलिस की सिक्योरिटी दी गई थी। उस समय तो अखिलेश यादव ने इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया नहीं दी थी, लेकिन मंगलवार को जिस तरह उन्होंने सवाल उठाया, उससे साफ है कि अखिलेश यादव उसे भूले नहीं हैं।
क्या डर रही है JDU.. ऑफिस के बाहर लगवा दिया पोस्टर, BJP को मैसेज- 2025 से 30, फिर से नीतीश
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘जिस दिन तुमने मेरी एनएसजी सिक्योरिटी वापस ली थी, उसी दिन मुझे तुम्हारी नियत और मंशा समझ आ गई थी। तुम हमें डराना चाहते हो. लेकिन जो असल में डरपोक हैं, वो एनएसजी की सुरक्षा रखे हुए हैं।’ अखिलेश यादव के इस बयान के बाद अब पार्टी ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर NSG सुरक्षा कवर बहाल करने की मांग कर दी है।