बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब माफिया नए-नए हथकंडे अपनाकर तस्करी कर रहे हैं। कभी पुलिस का बोर्ड तो कभी सरकारी विभाग का लोगो लगाकर तस्करी की जाती है. ताकि जांच से बचा जा सके। लेकिन कैमूर जिले की दुर्गावती पुलिस ने रविवार को ऐसी ही एक बड़ी तस्करी का पर्दाफाश किया। पुलिस ने बिहार सरकार और बिहार सरकार जिला लोकपाल बोर्ड लगे दो लग्जरी वाहनों से 1146 लीटर शराब बरामद की है। इस दौरान दो आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया गया।
बरामद गाड़ियों में एक काली स्कॉर्पियो (नं. BR 26W 8999) से 578 लीटर शराब और एक सफेद एसयूवी (नं. BR 01PJ 1759) से 567 लीटर शराब मिली। दोनों गाड़ियों पर सरकारी बोर्ड लगे हुए थे, ताकि पुलिस शक न करे। पुलिस ने बताया कि गाड़ियों में कई ब्रांडेड महंगी शराब की खेप थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुपौल जिले के करजाइन बाजार निवासी चंद्रमेव मेहता और पश्चिम चंपारण जिले के सिरसिया निवासी धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है। दोनों मोहनिया की ओर शराब लेकर जा रहे थे।
दुर्गावती थानाध्यक्ष गिरीश कुमार और एंटी लीकर टास्क फोर्स प्रभारी विनय कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि लग्जरी गाड़ियों से शराब की बड़ी खेप ले जाई जा रही है। दोनों अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए गाड़ियों का पीछा किया। पुलिस को देखकर आरोपी NH-19 से गाड़ियाँ उतारकर भागने लगे, लेकिन सावठ गांव के पास उन्हें घेरकर पकड़ लिया गया। पुलिस ने दोनों वाहनों को जप्त कर लिया है और आरोपियों से पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।






















