लोकसभा टिकट कटने से नाराज चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को बनाए जाने पर अश्विनी चौबे ने कहा कि हमें आयातीत माल नहीं चाहिए बल्कि अध्यक्ष के पद पर पार्टी के मूल सदस्य का होना बहुत ही जरूरी है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल, आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने जिस पौधे को सींचा है। हम उस सिद्धांत को कभी भी छोड़ नहीं सकते हैं। अध्यक्ष के पद पर कभी भी चाहे वह जिला हो, राज्य हो, प्रदेश हो या केंद्र हो उस पद पर निश्चित रूप से संगठन के मूल का सदस्य होना चाहिए, ऐसा मेरा मानना है। जब अध्यक्ष मूल का होगा तभी हम देश को आगे बढ़ा सकते हैं और मैं शुरू से ही इसका पक्षधर रहा हूं।
STET संगीत परीक्षा रद्द करने की मांग, पटना हाईकोर्ट ने BPSC-BSEB से दो सप्ताह में मांगा जवाब
‘चुनावी राजनीति दे दूर रहूंगा’
पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व बक्सर सांसद अश्वनी चौबे को राज्यपाल बनाने की चर्चा लगातार हो रही है इस पर अश्वनी चौबे ने बड़ा बयान दिया है उन्होने कहा अब चुनावी राजनीति दे दूर रहूंगा समाजसेवा में लगूंगा, जेपी से जो प्रेरणा मिली है उसपर आगे बढूंगा। कार्यकर्ता रहते हुए बगैर किसी पद के लोभ के संगठन में रहूंगा, पार्टी में रहूंगा।
अश्विनी चौबे ने आगे कहा कि बिहार में बीजेपी अपने दम पर चुनाव लड़े। मेरी खुद की ईच्छा है और मैंने पार्टी को भी बताया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बननी चाहिए। बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ अकेले अपने दम पर आए और अपने सहयोगी दलों को भी आगे बढ़ाए। यह हमारी मंशा है और उसके लिए हर कार्यकर्ता को अभी से लग जाना होगा।