औरंगाबाद के नबीनगर में एक नाबालिग छात्रा की मौत पर बवाल मचा हुआ है। परिजन इसे अपहरण के बाद हत्या का मामला बता रहे है। एसिड अटैक की भी चर्चा हो रही है। वहीं पुलिस हत्या या आत्महत्या समेत अन्य दृष्टिकोण से मामले की तहकीकात कर रही है। इसी बीच शिवहर की नवनिर्वाचित सांसद लवली आनंद, बहुचर्चित राजपूत नेता आनंद मोहन, विधायक चेतन आनंद और डॉ.आयुषी की एंट्री से मामले में नया मोड़ आ गया है। अब ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं।
उनका कहना है कि पोस्टमार्टम को हल्के में लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को उन्होंने संदिग्ध बताया। चेतन आनंद ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर सिविल सर्जन से बात करनी चाही लेकिन बात नहीं हुई। कहा कि पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री से बात करने के लिए मिलने का समय मांगा है। आनंद मोदन ने इसे बिहार का दूसरा निर्भया कांड बताया है। इस घटना को प्रशासनिक विफलता बताया। सच को उजागर करने के बदले पुलिस घटना की लीपापोती में लगी हुई है।
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प्रेस वार्ता में राजपूत नेता आनंद मोहन, शिवहर की उनकी नव निर्वाचित सांसद पत्नी व बेटी डॉ. आयुषी ने पुलिस की थ्योरी की धज्जियां उड़ा कर रख दी। डॉ. आयुषी ने पुलिस के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका की उम्र 24 वर्ष बताई गई है जबकि सभी लोग जानते है कि उसकी उम्र 16 वर्ष है। कहा कि पुलिस की सुसाईड की थ्योरी पूरी तरह गलत है। लाश की जो तस्वीरें उन्होंने देखी है, उसमें एक आंख फूटी हुई है। होंठ गायब है। पुलिस यदि यह भी कहे कि आंख को पानी में मछलियां खा गई होगी तो भी यह बात हजम होने वाली नही है क्योंकि मछलियां आंख खा सकती है लेकिन फोड़ नही सकती और ओठ को गायब नही कर सकती।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट संदिग्ध है लेकिन सुखद बात यह है के बेसरा प्रिजर्व कर रखा गया है, जिससे जांच में आगे सहायता मिल सकती है। वह आग्रह करती है कि पुलिस मामले की सही तरीके से जांच कर सच्चाई को सामने लाएं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए। वही शिवहर की नव निर्वाचित सांसद लवली आनंद ने कहा कि छात्रा की लाश तो मिली है लेकिन उसके बैग और जूते गायब है, जो संदेह को बल दे रहा है। पानी में डूबकर छात्रा के मरने की बात मनगढ़ंत कहानी है।
घटना के बाद से हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दो दिनों से नबीनगर बाजार बंद है। घटना के विरोध में नबीनगर से लेकर औरंगाबाद जिला मुख्यालय में कैंडल मार्च भी निकाला गया है। घटना को लेकर लोगों का गुस्सा उबाल पर है। औरंगाबाद के निवर्तमान सांसद सुशील सिंह ने भी की एसआइटी गठित कर जांच व हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है।

छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद औरंगाबाद के सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(एसडीपीओ)-1 संजय कुमार पांडेय शनिवार को मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे एसिड अटैक की बात को अफवाह बताया। कहा कि लोग अफवाह पर ध्यान न दे। उन्होंने कहा कि छात्रा की मौत डूबने से हुई है। यह हत्या या आत्महत्या का मामला हो सकता है। पुलिस मामले की सभी एंगल से जांच कर रही है।
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दरअसल मामला बीते मंगलवार की है जब नाबालिग छात्रा अपने घर से कोचिंग के लिए निकली थी लेकिन वापस नहीं लौटी। छात्रा के समय पर घर नहीं लौटने के बाद परिजन खोजबीन करने लगे। पूरे दिन खोजबीन होती रही लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। थक हारकर परिजनों ने नबीनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी। मोबाइल चैट से मां को अपहरण की आशंका हुई। नाबालिग छात्रा की मां ने प्राथमिकी में अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाया।