बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सियासत के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के पूर्णिया दौरे से ठीक पहले तगड़े सवाल किए। तेजस्वी से स्थानीय समस्याओं से लेकर पुराने वादों की याद दिला दी। तेजस्वी ने कहा है कि मोदी जी को रैली स्थल से महज 2,3 किलोमीटर दूर की जर्जर ग्रामीण सड़कों, स्कूलों, शिक्षकविहीन स्कूल, बदहाल स्वास्थ्य केंद्रों और महिलाओं युवाओं की परेशानी पर ध्यान देना चाहिए।
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तेजस्वी यादव ने पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) का निरीक्षण किया था, जहां उन्होंने icu की कमी, एक ही बेड कई मरीज की व्यवस्था और डॉक्टर की कमी, जैसी खामियां को उजागर किया। उन्होंने इसे डबल जंगलराज करार देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को अक्षम बताता। तेजस्वी ने रैलियों के खर्च पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि एक रैली से बिहार जैसे गरीब राज्य पर 100 करोड़ का बोझ पड़ता है
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी के दौरे से पहले शिक्षकों को पढ़ाने से हटाकर कंडक्टर बना दिया जाता है और सरकारी कर्मचारी, जीविका दीदियां, आशा-ममता कार्यकर्ता, शिक्षा मित्र, विकास मित्र व आंगनवाड़ी सेविकाओं को भीड़ जुटाने का टारगेट देकर तनाव दिया जाता है। अब तक की कई रैलियों से हजारों करोड़ खर्च हो चुके हैं। इस पैसे से स्कूलों की चारदीवारी, खेल मैदान, लड़कियों के लिए शौचालय, स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर-दवाओं का इंतजाम हो सकता था। उन्होंने कहा कि क्या मोदी फिर चुनाव से पहले झूठे जुमले बेचने आ रहे हैं? केंद्र की 11 साल और बिहार में एनडीए की 20 साल की ‘विफलताओं’ को छिपाने के लिए ‘जंगलराज’ का नारा लगाकर जनमुद्दों को दबाने की कोशिश हो रही है। लेकिन बिहारवासी अब ‘बनावटीपन’ से वाकिफ हो चुके हैं, और झूठ अब नहीं चलेगा। बताते चलें कि पूर्णिया दौरे में मोदी 36,000 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिसमें पूर्णिया एयरपोर्ट का अंतरिम टर्मिनल भवन और पहली कमर्शियल फ्लाइट शामिल है। नेशनल मखाना बोर्ड का भी लॉन्च होगा।






















