दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद अब ‘मुख्यमंत्री की कुर्सी’ को लेकर सियासी सरगर्मियां गर्म हो गई हैं। इस बीच भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज स्टार खेसारी लाल यादव ने एक बयान से राजनीतिक चौपालों में तूफान ला दिया है। दरभंगा में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने भाजपा सांसद और गायक-अभिनेता मनोज तिवारी को दिल्ली का अगला सीएम बनाने की पुरजोर पैरवी करते हुए कहा कि “मनोज जी दिल्ली के CM बनते हैं तो यूपी-बिहार के लोगों के लिए गर्व की बात होगी… कलाकारों को भी मौका मिलना चाहिए!”
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‘पूर्वांचल का गौरव’ या ‘BJP की नई रणनीति’?
खेसारी ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि “मनोज तिवारी ने कलाकारों के लिए नई राह खोली है। अगर वे सीएम बनते हैं, तो यह साबित होगा कि एक आम कलाकार भी बुलंदियों को छू सकता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि मनोज के नेतृत्व में दिल्ली न सिर्फ विकास करेगी, बल्कि यूपी-बिहार के लोगों को भी “भाईचारे का संदेश” मिलेगा। हालांकि, सियासी जानकार इसे भाजपा की ‘पूर्वांचल कार्ड’ रणनीति मान रहे हैं, जहां यूपी-बिहार के प्रवासी मतदाताओं को लुभाने के लिए मनोज तिवारी को चेहरा बनाया जा सकता है।
क्या खेसारी का समर्थन ‘बीजेपी प्रवेश’ का संकेत?
खेसारी के इस बयान ने सियासी गलियारों में एक सवाल खड़ा कर दिया है: क्या भोजपुरी सिनेमा का यह सुपरस्टार अब बीजेपी की ओर कदम बढ़ा रहा है? दरअसल, खेसारी लंबे समय से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के करीबी माने जाते रहे हैं।
मनोज तिवारी: गायक से नेता तक का सफर
मनोज तिवारी का राजनीतिक सफर भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। पूर्वांचल के लोकप्रिय भोजपुरी गायक और अभिनेता से लेकर दिल्ली उत्तर-पूर्व से सांसद बनने तक, उन्होंने अपनी ज़मीनी छवि से भाजपा में अलग पहचान बनाई है।
सवाल यह है कि क्या भोजपुरी समुदाय का यह ‘स्टार पावर’ मनोज तिवारी को सीएम चेयर तक पहुंचा पाएगा, या फिर यह सिर्फ बिहार चुनाव से पहले भाजपा का ‘पूर्वांचल लव’ अभियान है? जवाब जल्द ही सामने आएगा!