बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सदन में गुरुवार को जोरदार हंगामा हुआ। जेडीयू विधायक निरंजन मेहता द्वारा शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल उठाने के बाद विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर हंगामा कर रहे थे और रिपोर्टिंग टेबल को उठाने की कोशिश कर रहे थे। विधानसभा में मौजूद मार्शल ने टेबल को पकड़ रखा था।
विवाद का मुद्दा:
जेडीयू विधायक निरंजन मेहता ने अपनी ही सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उनके इलाके में 15 स्कूलों के भवन खराब हैं और उनकी मरम्मत नहीं हो रही है। उन्होंने विधायकों को प्रबंध कारिणी समिति से मुक्त करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि विधायकों के मान-सम्मान का ख्याल रखा जाना चाहिए। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में रात्रि प्रहरी के मानदेय का भुगतान नहीं करने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुरलीगंज में रात्रि प्रहरी को पैसा नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई।
विपक्ष का आरोप:
विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। आरजेडी विधायक ललित यादव और सीपीएम के अजय कुमार ने इस मुद्दे पर सवाल उठाए। विधायक संदीप सौरव ने कहा कि नियुक्त रात्रि गार्ड को 5 हजार रुपये मिलते हैं, लेकिन आउटसोर्स के जरिए बहाल गार्ड को 9 हजार रुपये कैसे मिलते हैं? शकील अहमद खान और ललित यादव ने सदन की कमिटी से भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की।
सरकार का जवाब:
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय में गड़बड़ी हुई है, उसकी समीक्षा कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जब प्रश्न करने वाले विधायक ने सवाल उठाया, उस वक्त शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त बेहतर तरीके से काम होता तो सवाल उठाने की जरुरत नहीं होती। उन्होंने कहा कि जब सरकार के जवाब से विधायक संतुष्ट हो गए तो विपक्ष के विधायक क्यों परेशान हैं?
- विधानसभा में हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।
- विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सदन में हंगामा किया।
- सरकार ने जांच का आश्वासन दिया है।