बिहार विधानसभा के दूसरे दिन की कार्यवाही को दौरान विपक्ष के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया है। दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू होते ही विधायक एसआईआर (SIR) के खिलाफ वेल में पहुंच गए और स्पीकर के सामने कुर्सी उठा ली। बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही फिर से हंगामा शुरू हो गया है। विपक्ष के सदस्य विशेष मतदाता सूची के गहन परीक्षण पर विधानसभा में चर्चा की मांग पर वेल में आकर नारेबाजी कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

स्पीकर ने विधायकों को सख्त चेतावनी दी लेकिन विधायक मानने को तैयार नही हैं। नंद किशोर यादव ने बिहार विधानसभा में हो रहे हंगामे के बीच हंगामा कर रहे विधायकों से कहा कि वो धक्का मुक्की ना करें। यह आचरण गलत है। इसी के साथ विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में लगातार हंगामा कर रहे विपक्षी विधायकों को चेताया भी कि वो उन्हें कड़ी कार्रवाई करने के लिए बाध्य ना करें।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी सदन में काला कुर्ता पहनकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिहार में लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। चुनाव आयोग की प्रक्रिया सही नहीं है। कार्यमंत्रण समिति की बैठक बुलाई जाए और वोटर लिस्ट पुनरीक्षण पर बहस हो। बिल-विल तो आते ही रहता है। जब वोटर का नाम ही कट जाएगा तो क्या फायदा। तेजस्वी यादव ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण के लिए जरिए लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास हो रहा है। तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग उठाई।
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इससे पहले सुबह ग्यारह बजे जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई थी तब विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया था। मतदाता पुनरीक्षण पर सदन के अंदर और बाहर दोनों ही जगहों पर विपक्षी सदस्यों ने प्रदर्शन किया था। कार्यवाही के दौरान जब विपक्षी सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे तब विधानसभा अध्यक्ष ने उनसे बार-बार शांत रहने का आग्रह किया था। लेकिन जब वो शांत नहीं हुए तब विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्धगित कर दिया था।