बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) से पहले महागठबंधन ने राजनीतिक रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए अहम बैठक बुलाई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पटना स्थित आवास पर इस बैठक में पार्टी के शीर्ष नेता और गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे। इस बैठक में RJD से राज्यसभा सांसद संजय यादव, CPI से कुणाल, कांग्रेस से कृष्णा अल्लावारु, VIP से नूरुल होदा और उप समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए। इसके साथ ही RJD के आलोक मेहता भी तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सभी दलों के बीच सीटों के समीकरण, मजबूत उम्मीदवारों का चयन और रणनीतिक मुद्दों पर एकजुट निर्णय लेना है। गठबंधन ने इस बार सशक्त और व्यापक चुनावी रणनीति बनाने का प्रयास किया है ताकि भाजपा जैसी विपक्षी ताकतों को कड़ी टक्कर दी जा सके।
इधर, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवाकुमार भी कांग्रेस कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिहार मेहनती लोगों की धरती है और यहां बेरोजगारी और पलायन बड़ी समस्याएं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने बैंगलुरु में बिहारियों को मजदूरी करते देखा है, और यही संकेत है कि बिहार के लोगों को नई सरकार की जरूरत है। डीके शिवाकुमार ने स्पष्ट किया कि महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा तय किया जाएगा और इसकी जानकारी समय आने पर साझा की जाएगी।
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वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने भी महागठबंधन के CM फेस को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन का प्रमुख चेहरा हैं और उनका राजनीतिक अनुभव गठबंधन के लिए फायदेमंद होगा। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल यह निर्णय नहीं लिया गया है कि कौन सा दल कौन सी सीट लड़ेगा। सीटों का समीकरण और मजबूत उम्मीदवार तय होने के बाद ही मुख्यमंत्री पद का निर्णय लिया जाएगा।






















