बिहार से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के 30 सांसदों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की। इस दौरान सांसदों ने पीएम मोदी को बिहार की सांस्कृतिक और पारंपरिक भेंटें सौंपीं। हालांकि, इस मुलाकात में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी नदारद दिखे, जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं।
मुलाकात में ललन सिंह और चिराग पासवान दाएं-बाएं
एनडीए के इस सामूहिक भेंट में जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह तथा लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान पीएम मोदी के दाएं और बाएं नजर आए। ललन सिंह ने प्रधानमंत्री को एक पुस्तक की प्रति सौंपी, जबकि बीजेपी सांसद गोपालजी ठाकुर ने पाग और मखाना की माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी को मधुबनी पेंटिंग की एक सुंदर कलाकृति भी भेंट की गई।
जीतनराम मांझी की अनुपस्थिति से सियासी अटकलें तेज
मुलाकात में बीजेपी, जेडीयू और लोजपा-आर के सांसदों की मौजूदगी के बीच हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी की गैरमौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दे दिया है। बिहार विधानसभा चुनावों में 20 सीटों की मांग कर रहे मांझी कभी गठबंधन को आंख दिखाने वाले बयान देते हैं, तो कभी यह कहकर बात संभालते हैं कि “यह घर का मामला है, घर में ही सुलझ जाएगा।” उनकी गैरमौजूदगी को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात करने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल थे:
- भाजपा: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, पूर्व मंत्री रवि शंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह, राजीव प्रताप रूडी
- लोजपा (आर): सांसद शांभवी चौधरी, राजेश वर्मा, वीणा सिंह समेत अन्य
- जेडीयू: केंद्रीय मंत्री ललन सिंह
इस मुलाकात को बिहार में एनडीए के भीतर समन्वय और आगामी चुनावी रणनीति के नजरिए से अहम माना जा रहा है। हालांकि, मांझी की गैरमौजूदगी यह संकेत दे रही है कि गठबंधन में सबकुछ पूरी तरह सहज नहीं है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह मुलाकात एनडीए को और मजबूत करेगी या मांझी के रुख में और तल्खी लाएगी।