कुछ दिनों पहले चोरों के एक गिरोह ने बिहार के रोहतास (Rohtas) जिले में 60 फीट लंबे लोहे के पुल को दिन के उजाले में चोरी कर के आराम से चलते बने थें। चोरों ने राज्य के सिंचाई विभाग के अधिकारियों के रूप में खुद को बताया और तीन दिनों में पुल को ध्वस्त करने और स्क्रैप धातु को निकालने के लिए गैस कटर और अर्थमूवर मशीनों का इस्तेमाल किया। वहीं ग्रामीणों ने बताया था कि कुछ लोगों ने यांत्रिक विभाग के अधिकारी होने का नाटक करते हुए जेसीबी और गैस-कटर जैसी मशीनों का उपयोग करके पुल को उखाड़ दिया और लोहे के पुल को ले गए।
दर्जन लोग गिरफ्तार
वहीं इस मामले में राजद के नेता समेत आधा दर्जन लोग को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। 60 फीट लंबे लोहे के पुल को काटने के लिए इस्तेमाल में लाये गए जेसीबी गैस कटर को भी साथ में बरामद किया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस मामले की जांच कर रहे बिक्रमगंज के SDPO शशि भूषण सारी जानकारी दी है। गिरफ्तार किये गए लोगों में सिंचाई विभाग का दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के साथ गाड़ी का मालिक और जेसीबी का ड्राईवर शामिल है।
अमियावर के राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज
वहीं अमियावर के राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज, पिकअप मालिक चंदन कुमार, गोपीगढ़ के अकोढ़ीगोला के कबाड़ वाले सचितानंद सिंह पुलिस की गिरफ्त में आए हैं। वहीं एसडीपीओ शशि भूषण ने बताया कि इस मामले में गाड़ी मालिक चंदन को हिरासत में लिया गया है। इन्हीं के गाड़ी से पुल के मलबे ढोए गए थें। जेसीबी के चालक से भी पुलिस पूछताछ की जा रही है।
1972 में आरा नहर पर पुल का निर्माण
बता दें कि नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर गांव में 1972 में आरा नहर पर पुल का निर्माण किया गया था। अब तक, यह काफी पुराना हो गया था और खतरनाक घोषित कर दिया गया था, स्थानीय ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर रहे थे, और इसके साथ एक कंक्रीट पुल का उपयोग कर रहे थें। नासरीगंज एसएचओ सुभाष कुमार ने कहा कि हमें सिंचाई विभाग के अधिकारियों से शिकायत मिली है। हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपियों की पहचान के लिए स्केच बनाने की प्रक्रिया चल रही है। स्क्रैप डीलरों को भी जानकारी देने के लिए सतर्क कर दिया है। पुल 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा था।
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