बिहार में मौसम (Bihar Weather Update:) ने अचानक करवट ले ली है और ठंड का असर अब साफ तौर पर महसूस किया जाने लगा है। सुबह और शाम की ठिठुरन ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। हिमालयी क्षेत्रों से आ रही पछुआ ठंडी हवाओं के कारण राज्य के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे सर्दी का तीखापन बढ़ता जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि यह बदलाव केवल अस्थायी नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में ठंड और अधिक असर दिखा सकती है।
मौसम विभाग के ताजा आकलन के अनुसार, प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया है। समस्तीपुर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन के ठंडे संकेतों में से एक माना जा रहा है। इसके अलावा राज्य के कम से कम पांच जिलों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच चुका है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवाओं की निरंतरता के कारण रात और सुबह के समय ठंड का असर और तेज़ होगा।
उत्तर-पूर्वी बिहार के जिलों के लिए मौसम विभाग ने विशेष चेतावनी जारी की है। शनिवार को इन इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है, जिससे दृश्यता बेहद कम हो सकती है और कई स्थानों पर यह लगभग शून्य तक पहुंच सकती है। ऐसे में सड़क और रेल यातायात पर भी असर पड़ने की आशंका है। विभाग का यह भी कहना है कि अगले सात दिनों तक मौसम में किसी बड़े बदलाव के संकेत नहीं हैं, लेकिन शीतलहर की शुरुआत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
राजधानी पटना में भी ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। बीते दिन यहां न्यूनतम तापमान 13 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले एक सप्ताह में पटना समेत आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे सुबह-शाम की ठंड और अधिक चुभने लगेगी।
बढ़ती ठंड को देखते हुए पटना जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने एहतियाती कदम उठाए हैं। बच्चों के स्वास्थ्य पर ठंड के संभावित असर को ध्यान में रखते हुए राज्य भर के स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार, बिहार के सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय अब सुबह 9:30 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित होंगे। यह आदेश संस्कृत विद्यालयों और उर्दू विद्यालयों पर भी समान रूप से लागू होगा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूलों में पहली घंटी सुबह 10 बजे बजेगी और छुट्टी शाम 4 बजे कर दी जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सज्जन आर.के. की ओर से संशोधित मॉडल समय-सारिणी जारी कर दी गई है, ताकि ठंड के इस दौर में छात्रों को अनावश्यक परेशानी न हो।




















