BOKARO: भारतीय जनता पार्टी बोकारो विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के द्वारा 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान बोकारो विधायक बिरंची नारायण व जिला अध्यक्ष भरत यादव शामिल हुए।प्रबुद्धजनों के बीच इमरजेंसी के हालातों पर चर्चा हुई। दरसल 25 जून 1975 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के द्वारा 21 माह के लिए आपातकाल लगाया गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसको लेकर भाजपा यह दिन काला दिवस के रूप में मानती आ रही है। इससे पहले अतिथियो द्वारा श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्रों पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का विधिवत वंदे मातरम के साथ शुरुआत की।
हमारी सरकार में भेद भाव नहीं
बोकारो विधायक ने आपातकाल के समय के वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता को मेमेंटो देकर सम्मानित किया। विधायक बिरंची नारायण ने कहा आज केंद्र में हमारी सरकार में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं है। कोई भी चीज हमारे मार्ग में अवरोध बनकर नहीं आई है। सबके लिए समान अधिकार दिया जा रहा है। सभी को सम्मान मिला है सभी को प्रेम मिल रहा है। सब के लिए जो हमारी कल्याणकारी योजनाएं हैं उसका लाभ भी मिल रहा है। वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक सरकार वह भी रही जिसने सभी प्रकार के अत्याचार हमारे जनता के लिए किया। उनके नाखून उखाड़े गए। उन्हें भूखा रखा गया। पेड़ों से बांधकर उन्हें यातनाएं दी गई। जितने भी नेता थे उन्हें जेल में डाला गया। स्वयंसेवी संस्थाओं के नेताओं को जेल में डाला। अखबारों पर प्रतिबंध लगाया, भाषण पर प्रतिबंध लगाया, लोगों का जीवन दूभर कर दिया।
देश ने बनाई अलग पहचान
मोदी सरकार के 9 वर्ष में देश ने अपनी अलग पहचान बनाई। अर्थव्यवस्था, सैन्य शक्ति से देश मजबूत, युवा,किसान, महिलाएं महत्वाकांक्षी योजना से लाभाविंत हुए हैं। शक्तिशाली देशों में आज भारत की गिनती की जा रही। जिलाध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि 1975 में कांग्रेस की सरकार ने इमरजेंसी लागू कर देश के लोगों पर अत्याचार किया था। 21 माह तक इस आपातकाल में लोगों के लिए बहुत समस्याएं खड़ी हुई।