बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बीपीएससी पेपर लीक मामले में प्रयाप्त करवाई हो रही है। उन्होंने सूचना मिलने के तत्काल बाद अपने अधिकारियों को करवाई का हवाला देते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी। वहीं बीपीएससी की परीक्षा में गड़बड़ी और लगातार विपक्ष के द्वारा हो रहे हमले को लेकर जेडीयू ने पिछले 17 सालों के लेखा-जोखा को गिनाया है।
सरकार न किसी को फंसाती है न किसी को बचाती है
जेडीयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने बीपीएससी परीक्षा में धांधली को लेकर स्पष्ट करते हुए कहा कि जो लोग भी इस मामले में शामिल होंगे उनको पाताल लोक से भी खोज कर निकाला जाएगा। हमारी सरकार न किसी को फंसाती है न किसी को बचाती है। उन्होंने कहा कि सत्रह वर्षों के शासन काल में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) का प्रश्नपत्र लिक होना हमारे लिए चुनौती पूर्ण है। छात्रों की मेधा और परिश्रम उस पर जिसने भी पलीता लगाने का प्रयास किया है। उसे बख्सा नहीं जाएगा। इस सम्बन्ध में प्रशासनिक दायित्व एडीजे के स्तर के पदाधिकारी को दिया गया है। जो भी गुनाहगार होंगे वह जेल के सलाखों के पीछे जायेंगे। कोई बचाने वाला नहीं मिलेगा।
राजद पर हमला बताया- नौकरियों की बोली लगती थी
उन्होंने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग जिसमें समाज के विभिन्न तबकों के लोग बिना कोई रिश्वत दिए पारदर्शिता के आधार पर समाज के विभिन्न तबके के छात्र और छात्राएं आज प्रतियोगिता परीक्षा में सफल हो रहे हैं। तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि तेजस्वी बाबू मालुम है ना कि आपके मां-पिता के शासन काल में नौकरियों की बोली लगती थी। समाज के गरीब तबके के लोग तो सोच भी नही सकते थे कि बीपीएससी की परीक्षा पास कर जायेंगे। क्योंकि पूरा घालमेल था। लेकिन अब दौर बदल चुका है। यह घटना हमारे लिए चुनौतीपूर्ण है और समय सीमा के तहत इसका उद्भेदन होगा। छात्र छात्राओं के परेशानी सरकार के लिए चिंता का सबब है।
यह भी पढ़ें : – BPSC 67वीं की पीटी परीक्षा रद्द, जानिए अब क्या होगा आगे