Budget 2025: वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कई बड़े ऐलान किए। इनमें देश को खिलौनों का बड़ा केंद्र बनाने और इंश्योरेंस सेक्टर में 100% विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) की मंजूरी प्रमुख हैं।
भारत को खिलौनों का केंद्र बनाने की योजना
वित्त मंत्री ने कहा कि देश को खिलौनों के उत्पादन और निर्यात का बड़ा केंद्र बनाने के लिए एक नेशनल एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि “हम क्लस्टर्स का विकास करेंगे, जिससे खिलौना उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, स्किल डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाया जाएगा।”
इस पहल का उद्देश्य न केवल स्थानीय बाजार को सशक्त करना है, बल्कि हाई-क्वालिटी, अनोखे और इनोवेटिव खिलौनों का निर्माण कर भारत को वैश्विक खिलौना बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाना है। यह कदम आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्थानीय कारीगरों और छोटे उद्योगों को भी लाभ पहुंचाएगा।
वहीं इंश्योरेंस सेक्टर में निवेश बढ़ाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए FDI की सीमा 74% से बढ़ाकर 100% कर दी है। हालांकि, यह सुविधा केवल उन कंपनियों को दी जाएगी जो अपना पूरा प्रीमियम भारत में ही निवेश करेंगी। वित्त मंत्री ने कहा, “यह निर्णय इंश्योरेंस सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा, नए उत्पादों को प्रोत्साहित करेगा और ग्राहकों के लिए बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करेगा।”
खिलौना उद्योग और इंश्योरेंस सेक्टर में सुधारों से न केवल भारत में निवेश बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। खिलौना निर्माण में स्थानीय स्तर पर कारीगरों और श्रमिकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आजीविका के साधन बेहतर होंगे।
‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मिलेगी ताकत
सरकार का यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को मजबूती देगा। खिलौनों के क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करके भारत, चीन और अन्य देशों पर अपनी निर्भरता कम कर सकेगा। वहीं, इंश्योरेंस सेक्टर में विदेशी निवेश बढ़ने से वित्तीय स्थिरता और ग्रोथ को बल मिलेगा।
सरकार के इन कदमों को उद्योग जगत और विशेषज्ञों ने सराहा है। खिलौना उद्योग को उम्मीद है कि यह पहल न केवल स्थानीय उद्योग को पुनर्जीवित करेगी, बल्कि भारत को वैश्विक बाजार में भी मजबूत स्थान दिलाएगी।