नयी दिल्ली: प्यार जलन और फरेब इन सबके इर्द गिर्द ही घूम रही है कोमल हत्याकांड की कहानी। दरअसल, पूर्वी दिल्ली से 12 मार्च को एक युवती कोमल लापता हो जाती है। जिसकी घर से 40 किलोमीटर दूर पांच दिन बाद एक नाले से लाश मिलती है। और फिर तफ्तीश के बाद जो कहानी सामने आती है वो दहशत से भरी हुई है। 12 मार्च से लापता युवती कोमल की घर से 40 किलोमीटर दूर पांच दिन बाद एक नाले से लाश मिलती है। उसके गायब होने के बाद से ही उसकी तलाश में पुलिस और परिवार काफी मशक्कत करते हैं लेकिन कोई सुराग नहीं मिलता। वहीं 17 मार्च को उसका शव दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के एक नाले में मिला, जिससे सभी की उम्मीदें टूट गईं।
जांच के बाद पुलिस ने लड़की की हत्या के आरोप में दो लोगों आसिफ और जुबैर को गिरफ्तार किया है। इस मामले का उद्भेदन करते हुए डीसीपी अंकित सिंह नक बताया कि कैब ड्राइवर आसिफ कोमल का करीबी था, लेकिन उसे उस पर बेवफाई का शक होने लगा था। उसने जुबैर के साथ मिलकर गुस्से में अंधा होकर अपनी टैक्सी के अंदर ही उसका गला घोंट दिया और शव को नाले में फेंक दिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कोमल की हत्या करने के बाद उन्होंने उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए और शव को पानी में डुबोने के लिए पत्थर का इस्तेमाल किया और फिर उसे नाले में फेंक दिया। वहीं 17 मार्च को छावला पुलिस स्टेशन में एक पीसीआर कॉल आई जिसमें बताया गया कि नजफगढ़ नाले में एक शव देखा गया है।
पुलिस टीमों ने शव को बरामद किया और मोर्चरी भेज दिया। डीसीपी सिंह ने कहा, ‘फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया और प्रथम दृष्टया निष्कर्षों के आधार पर हत्या का मामला दर्ज किया गया।’ डीसीपी ने याद करते हुए कहा, ‘जांच के दौरान, हमें पता चला कि कोमल नाम की एक लड़की के बारे में सीमापुरी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी।’ कोमल के परिवार द्वारा उसकी पहचान की पुष्टि करने के बाद, पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी। तकनीकी निगरानी और अपने सूचना नेटवर्क का उपयोग करते हुए, पुलिस ने मुख्य आरोपी आसिफ और उसके सहयोगी जुबैर को गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों ने बताया कि आसिफ कोमल पर शादी करने का दबाव बना रहा था और जब उसे पता चला कि वह इलाके में किसी दूसरे आदमी से बात कर रही है, तो वह भड़क गया। पुलिस ने आसिफ के दावों के आलोक में इस व्यक्ति से पूछताछ की है। पुलिस के अनुसार, आसिफ और कोमल एक दूसरे को चार साल से जानते थे। इस बारे में जानकारी मिली कि 12 मार्च को कोमल अपने ऑफिस अंगद नगर से घर के लिए निकली थी। उसे शाम 7 बजे तक घर लौटना था, लेकिन वह नहीं लौटी।
रात 9 बजे, परिवार ने पुलिस के पास जाने का फैसला किया क्योंकि उसका फोन बंद था और उन्हें नहीं पता था कि उससे कैसे संपर्क किया जाए। पुलिस को हत्याकांड को लेकर तब सुराग मिला जब कॉल सेंटर की एक लड़की ने बताया कि वह और कोमल एक सफेद कार में सवार हुए थे जो काम के बाद उन्हें लेने आई थी। कार ने उसे दिलशाद गार्डन में उतार दिया लेकिन कोमल अंदर ही रही और उसे कहीं और ले जाया गया। इसके बाद से कोमल की तलाश तेज कर दी गयी लेकिन मार्च 17 को कोमल की लाश बरामद हुई। और फिर मामले में उसके प्रेमी और सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया।