चतरा जिले में बिजली को लेकर इन दिनों हाहाकार मचा हुआ है। शहर में तो कामोवेश 24 घंटे में 14 से 15 घंटे लोगों को बिजली मयस्सर हो रहा हैं, लेकिन ग्रामीण ईलाकों की नैया भगवान भरोसे हैं। इन ईलाकों में 24 घंटे में महज 4 से 5 घंटे बिजली रहती है। कुछ प्रखंडों में तो एक सप्ताह में महज दो से 4 घंटे ही बिजली रानी लोगों को दर्शन देती है। ऐसे में बिजली के आंख मिचौली व भक-भूक जैसी स्थिति के कारण उमस भरी गर्मी से त्रस्त लोगों का जीना मुहाल हो गया हैं। शहर के कई मोहल्लों के साथ-साथ दर्जनों गांवों में ट्रांसफरमर भी महीनों से खराब हैं।
चतरा शहर के लोगों को इन दिनों दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। बिजली गुल रहने के कारण शहर के लोगों को पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है। इसके बाद उमस भरी गर्मी की परेशानी से अलग लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। चतरा शहर के लोगों का बिजली, पानी और गर्मी ने जीना मुहाल कर दिया है। शहर के कई मोहल्लों में पिछले कुछ दिनों से ट्रांसफार्मर खराब है। जिसके कारण पीने के पानी की भी समस्या बनी हुई है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की आपूर्ति 4 से 5 घंटे ही हो पा रही है।
मुख्यमंत्री ने चोरकारी पावर ग्रिड का कुछ महीनों पहले किया था उद्घाटन
आक्रोशित ग्रामीणों ने कई प्रखंडों में बिजली विभाग के कार्यालय में ताला भी जड़ दिया है। इसके बावजूद बिजली की आपूर्ति में अब तक कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। वैसे तो चतरा जिला में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चोरकारी पावर ग्रिड का उद्घाटन कुछ महीनों पहले किया था। बावजूद उसके बिजली की आपूर्ति चतरा जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में नहीं हो पा रही है।
बच्चों के पठन-पाठन भी हो रहा है प्रभावित

ट्रांसफार्मर पिछले कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है, जिसके कारण घरों में पानी की आपूर्ति भी ठप है। बच्चों के पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है। बिजली नहीं रहने के कारण छात्रों का भविष्य बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गया है। उसने बताया कि शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति तो नहीं हो रही है। जबकि जिले के प्रतापपुर, कुंदा, लावालौग, पत्थलगड़ा टंडवा सिमरिया मयूरहंड, ईटखोरी आदि प्रखंडों में भी बिजली की आपूर्ति लगभग नहीं है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
पूरे जिलेवासियों में है आक्रोश
ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की स्थिति बद से बदतर पहुंच तक पहुंच गई है ।ग्रामीणों के काफी आक्रोश के बावजूद भी बिजली विभाग बिजली की आपूर्ति के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इसे पूरे जिले वासियों में काफी आक्रोश है अगर आने वाले समय में बिजली की आपूर्ति दुरुस्त नहीं हुई तो इस मुद्दे को लेकर जन आंदोलन भी किया जा सकता है।