आरा: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। आरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को मजबूत करना और बिहार को नंबर 1 राज्य बनाना है।
जंगलराज पर कांग्रेस पर निशाना
चिराग पासवान ने अपने भाषण में बिहार के इतिहास में चर्चित ‘जंगलराज’ की ओर इशारा करते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जिस जंगलराज की बात होती है, उसके लिए सिर्फ आरजेडी ही नहीं, बल्कि कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेदार है।” साथ ही, उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर सम्मानित किया, जो बिहार के लिए गर्व की बात है।
बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का नारा
पासवान ने एक बार फिर अपने विजन ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ को दोहराया। उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति का केंद्र बिहार है और वे दिल्ली की राजनीति से हटकर राज्य में सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं। आरा में आयोजित नव-संकल्प महासभा को उन्होंने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत के रूप में पेश किया।
चुनाव की तारीख और राजनीतिक समीकरण
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की संभावित तारीख अक्टूबर या नवंबर मानी जा रही है, हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। चुनाव आयोग दीवाली और छठ जैसे त्योहारों को ध्यान में रखकर तारीखें तय कर सकता है। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए उससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी होनी है।
चिराग पासवान की पार्टी एनडीए का हिस्सा है, जिसमें बीजेपी, जेडीयू, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। उनके मुख्य वोट बैंक पासवान (दुसाध) समुदाय को आकर्षित करने के साथ-साथ वे सभी वर्गों को साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
राजनीतिक हलचल और भविष्य की रूपरेखा
चिराग के इस ऐलान से बिहार की राजनीति में नई चर्चा शुरू हो गई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के हालिया बयानों से भी संकेत मिलता है कि 2025 के चुनाव में चिराग पासवान की भूमिका अहम होगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम एनडीए के भीतर सीट बंटवारे और गठबंधन की रणनीति को प्रभावित कर सकता है।