राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा यह आरोप लगाए जाने पर कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, इस पर चुनाव आयोग, पटना जिला प्रशासन और भाजपा-जेडीयू नेताओं द्वारा उन्हें झूठा बताया जा रहा है। वहीं अब कांग्रेस और राजद नेता तेजस्वी यादव के बचाव में उतर आए हैं। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग तो अपनी बात कहेगा लेकिन बिहार से हजारों फोन हमें भी आ रहे हैं जिसमें गड़बड़ियां हैं। उसे दुरुस्त करने की जरूरत है और चुनाव आयोग को राजनीतिक पार्टियों की तरह बयानबाजी करने की जरूरत नहीं है। अगर तेजस्वी यादव कुछ कहते हैं तो उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। जिस तरह की बयानबाजी भाजपा करती है यदि उसी तरह की बयानबाजी चुनाव आयोग भी करने लगे तो जनता को कैसे विश्वास होगा कि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाएंगे।
वहीं राजद पार्टी सांसद मनोज झा ने कहा कि यह घटना चुनाव आयोग के बयान का सिर्फ़ एक हिस्सा है। हो सकता है कि आखिरी तीन अंकों या वेबसाइट की वजह से वसंगतियां आई हों लेकिन उन्होंने एक बहुत ही जायज़ सवाल पूछा है। इतने सारे लोगों के पलायन करने का क्या सबूत है? मृतकों का कोई प्रमाण पत्र लिया है? इसे बूथ और विधानसभावार, उचित दस्तावेज़ों और पहचान के साथ घोषित किया जाना चाहिए, ताकि सभी राजनीतिक दलों के लिए सत्यापन आसान हो जाए। ये कुछ अहम सवाल थे… चुनाव आयोग मुद्दों से भाग रहा है इसलिए संसद में भी गतिरोध बना हुआ है।
मुकेश सहनी ने SIR में फर्जीवाड़े का लगाया आरोप.. कहा- चुनाव आयोग बीजेपी के लिए कर रहा है काम
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का EPIC नंबर बदल गया। यही तो सवाल है कि SIR में किस तरह का फर्जीवाड़ा हुआ है। जब नेता प्रतिपक्ष का EPIC नंबर बदल सकता है तो आम मतदाताओं का क्या होगा? हर विधानसभा में 25 से 30 हजार वोट प्रभावित हो रहे हैं। यह कौन सा खेल चल रहा है? आधार कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा कार्ड को मान्यता नहीं दी जा रही है। अब सभी लोगों के पास तो पासपोर्ट नहीं है। तेजस्वी यादव बिहार में लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे। चुनाव आयोग सामने आकर बिंदुवार सफाई दे और सूची जारी करे कि 65 लाख मतदाताओं का किन कारणों से नाम नहीं है?
राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा यह आरोप लगाए जाने पर कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि भाजपा इस देश में लोकतंत्र को खत्म करने में लगी हुई है। यह मताधिकार ही है जो गरीबों की ताकत है। इस ताकत और सम्मान को भाजपा खत्म करना चाहती है। जिसकी शुरूआत हो चुकी है। बिहार में जारी SIR के खिलाफ लोकसभा में पूरा विपक्ष मांग कर रहा है, कि यह वोट की चोरी है और इसे बंद किया जाए लेकिन सरकार को यह बात समझ नहीं आ रही है। कल भी संसद है, देखिए क्या होता है।
राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा यह आरोप लगाए जाने पर कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्य चुनाव आयोग इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं कि जैसे वे भाजपा के किसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हों। मुख्य चुनाव आयुक्त को अपने दफ्तर में टी एन शेषन की एक तस्वीर लगा लेनी चाहिए और सुबह-शाम सिर्फ उनकी तस्वीर को देखना चाहिए। तो मुझे लगता है कि थोड़ा उनके विचारों का शुद्धिकरण होगा।