नयी दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों, खासकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खिलाफ दिल्ली में एक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ हाल ही में दायर की गई चार्जशीट के विरोध में आयोजित किया गया था। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “हमारे कार्यकर्ता, हमारी जनता और पूरा संगठन गुस्से में है।
12 साल पुराने एक फर्जी मामले में आखिरी दिन चार्जशीट दाखिल करने की याद आई। इस चार्जशीट में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है, जबकि एक पैसे का लेन-देन नहीं हुआ और न ही कोई संपत्ति हस्तांतरित की गई। यंग इंडिया एक गैर-लाभकारी संगठन है, फिर भी इसे निशाना बनाया जा रहा है।” सुप्रिया श्रीनेत ने इसे “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बदले की राजनीति” करार देते हुए कहा कि यह कार्रवाई कांग्रेस नेताओं और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों से डर का नतीजा है। उन्होंने कहा, “यह साफ है कि नरेंद्र मोदी कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे और हमारे नेताओं से डरते हैं। राहुल गांधी ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्होंने सरकार की पोल खोल दी है। लेकिन राहुल गांधी ऐसे नेता हैं जो इनसे डरते नहीं।
यह पूरी तरह से एक फर्जी मामला है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इस मामले का सामना अदालत में करेगी, लेकिन कार्यकर्ताओं का गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है। प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी नाराजगी जाहिर की। उनके पीछे कार्यकर्ता बैनर और तख्तियां लिए खड़े थे, जिनमें सरकार के खिलाफ नारे लिखे हुए थे। यह प्रदर्शन उस समय हुआ है जब हाल ही में ED ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें उन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है और इसका मकसद विपक्ष को दबाना है।