बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) पार्टी लगातार बिहार में सक्रिय नजर आ रही है। चुनाव से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार प्रभारी बदल दिए। अध्यक्ष बदले गए। अब ऐसे में नए बिहार प्रभारी, नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ पार्टी बिहार में बेहतर काम करें, इसको लेकर आज दिल्ली में बैठक हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में कांग्रेस नेतृत्व ने कहा कि पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। ज्यादातर विधायकों की भी यही राय थी। अगले दस दिनों में कांग्रेस बिहार में अपने संगठन को मजबूत करने के लिहाज से प्रदेश इकाई का गठन करगी।
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जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लिया और चुनाव से पहले पार्टी के रोडमैप पर मंथन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश कुमार और उनके पूर्ववर्ती अखिलेश प्रसाद सिंह, एआईसीसी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता मीरा कुमार, तारिक अनवर, शकील अहमद खान और मोहम्मद जावेद सहित अन्य शामिल हुए।

सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेताओं ने खुलकर अपनी बात आलाकमान के सामने रखी। राज्य के नेताओं ने जमीनी हालात से कांग्रेस नेतृत्व को अवगत कराया और उन क्षेत्रों की ओर इशारा किया, जिन्हें चुनावों से पहले पार्टी को मजबूत करने की जरूरत है। यह बैठक दलित नेता राजेश कुमार को पार्टी की राज्य इकाई का नया अध्यक्ष बनाए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है। राजेश कुमार से मुलाकात के बाद खड़गे ने एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा था, “बिहार बदलाव के लिए तरस रहा है। बिहार के युवा रोजगार चाहते हैं, बिहार के लोग वास्तविक सामाजिक न्याय की उम्मीद में इंतजार कर रहे हैं।”