बिहार में वोटर सत्यापन प्रक्रिया को लेकर विपक्ष का हमला तेज होता जा रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने गुरुवार को केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने इस प्रक्रिया को “जनता के विश्वास के साथ धोखा” और “वोट की चोरी” करार दिया। रागिनी नायक ने कहा, “यह लोकतंत्र के मूल अधिकार – वोट देने के अधिकार – पर सीधा हमला है। बिहार में जिस तरह से मतदाता सूची की समीक्षा के नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा है, वह न केवल संविधान की भावना के खिलाफ है बल्कि जनता की आवाज दबाने की एक साजिश भी है।”
“इलेक्शन चोरी शाखा’ बन चुका है आयोग”
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रह गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर काम कर रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “इलेक्शन कमीशन अब इलेक्शन चोरी शाखा में तब्दील हो चुका है।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री से कई तीखे सवाल भी पूछे:
- बिहार में वोटर लिस्ट से नाम हटाने की साजिश क्यों की जा रही है?
- क्या यह लोकतंत्र की हत्या नहीं है?
- दरभंगा में BJP की महिला जिला अध्यक्ष BLO के साथ बैठकर वोट छांट रही थीं – क्या यह चुनावी निष्पक्षता का मज़ाक नहीं?
“SIR के नाम पर चल रहा है फर्जीवाड़ा”
रागिनी नायक ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को लेकर भी गड़बड़ियों की लंबी सूची पेश की:
- कई सेंटरों पर कोई मतदाता मौजूद नहीं, सिर्फ BLO खुद फॉर्म भर रहे हैं।
- वोटर लिस्ट सामने रखकर फर्जी दस्तखत किए जा रहे हैं।
- मतदाता फार्म BJP नेताओं के घरों में भरे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “यह सब कुछ चुनावी चोरी का प्रमाण है और जनता अब सब समझ रही है।”
“बिहार में कानून-व्यवस्था ध्वस्त”
बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लिया। पटना के एक अस्पताल में हुई हत्या का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “अपराधियों का मनोबल तब बढ़ता है जब पुलिस और प्रशासन उन्हें संरक्षण देता है। बिहार अपराध के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है और महिलाओं पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं।”
“मोदी जी के वादे खोखले”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 जुलाई को मोतिहारी दौरे से पहले कांग्रेस प्रवक्ता ने 2015 के पुराने वादों की याद दिलाई। उन्होंने कहा:
- “2015 में मोदी जी ने कहा था कि बिहार को सवा लाख करोड़ रुपये का पैकेज देंगे, लेकिन आज तक उसका एक चौथाई हिस्सा भी नहीं आया।”
- “उन्होंने मोतिहारी की बंद पड़ी चीनी मिल को शुरू करने की बात कही थी, लेकिन मिल आज भी बंद है।”
रागिनी नायक ने जनता से अपील करते हुए कहा, “मोदी जी की खोखली घोषणाओं और झूठे जुमलों में अब मत फंसिए। यह चुनाव लोकतंत्र और मतदाता अधिकारों को बचाने का चुनाव है।”
“राहुल गांधी ही लोकतंत्र की उम्मीद”
अंत में उन्होंने कहा, “जब तक निर्भीक पत्रकार और राहुल गांधी जैसे नेता इस देश में हैं, नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ थोप नहीं पाएंगे। कांग्रेस हर हाल में लोकतंत्र, संविधान और वोट के अधिकार की रक्षा करेगी।” कांग्रेस का यह तीखा हमला आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र राजनीतिक तापमान को और बढ़ा सकता है, खासकर जब वोटर सत्यापन प्रक्रिया को लेकर पहले से ही भारी असंतोष देखने को मिल रहा है।