फुलवारीशरीफ के जानीपुर नगवा नहर के पास बीते दिन दो मासूम भाई-बहन अंजली गुप्ता और अंश गुप्ता की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि बच्ची के साथ बलात्कार कर साक्ष्य मिटाने के लिए मिट्टी का तेल डालकर दोनों बच्चों को जला दिया गया। यह घटना तब हुई जब उनके माता-पिता घर पर नहीं थे। घटना दोपहर करीब 2 बजे की है।
भाकपा(माले) राज्य सचिव कुणाल ने इस घटना को लेकर नीतीश-भाजपा की डबल इंजन सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि यह सरकार गरीबों, महिलाओं और दलित-पिछड़ों की हत्यारी बन गई है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है और शासन-प्रशासन पूरी तरह संवेदनहीन बन चुका है। घटना के 20 घंटे बीत जाने के बाद भी न तो किसी आरोपी की गिरफ्तारी हुई है और न ही प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट और ठोस कदम उठाया गया है। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम जरूर पहुंची, लेकिन अब तक की कार्रवाई पूरी तरह से दिखावटी साबित हुई है।
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भाकपा(माले) विधायक कॉ. गोपाल रविदास के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों और मृत बच्चों के परिजनों ने जानीपुर बाजार में जोरदार धरना दिया। लोगों का गुस्सा साफ झलक रहा था और उनकी प्रमुख माँगें थीं: जानीपुर थाना अध्यक्ष को तत्काल बर्खास्त किया जाए, वरीय पुलिस पदाधिकारी पीड़ित परिवार से मिलें और भरोसा दें, आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, परिवार को मुआवजा और सुरक्षा प्रदान की जाए।
धरना स्थल से बोलते हुए विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि बिहार में सुशासन के नाम पर जंगलराज लौट आया है। बच्चियाँ सुरक्षित नहीं हैं, गरीबों की फरियाद नहीं सुनी जाती, और अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। यह शर्मनाक और भयावह स्थिति है। भाकपा(माले) बिहार राज्य सरकार से मांग करती है कि दोषियों की पहचान कर अविलंब गिरफ्तार किया जाए, थाना अध्यक्ष को हटाया जाए और पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए, पीड़ित परिवार को तत्काल 25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए, पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। यदि सरकार ने इस दर्दनाक हत्या पर कार्रवाई नहीं की, तो भाकपा(माले) जनआंदोलन तेज करेगी।