RANCHI : झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने केंद्रीय आवास और शहरी मामलों व पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने झारखंड के राजधानी रांची सहित अन्य शहरों यथा जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, दुमका, मेदिनीनगर व चाईबासा में बायो- सीएनजी प्लांट स्थापित करने का आग्रह किया है। अपने पत्र में लिखा कि सीबीजी को विश्व स्तर पर हरित ईंधन के रूप में मान्यता प्राप्त है। आनेवाले दिनों में बायो-सीएनजी भारत के भविष्य का ईंधन बन सकता है। जो न केवल भारत के प्राकृतिक गैसों के आयात पर आने वाले खर्च को कम कर सकता है बल्कि देश में कचरे से निपटने में भी मदद कर सकता है।
कचरे के निपटारे में मिलेगी मदद
दीपकृ प्रकाश ने झारखंड में बढ़ती ऊर्जा आवश्यकता को देखते हुए बायो-सीएनजी प्लांट की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने लिखा है कि बायो-सीएनजी प्लांट लगने से कचरे का निपटारा और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही साथ रोजगार सृजन का नया आयाम स्थापित होगा। साथ ही लिखा है कि झारखंड में रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, दुमका, मेदिनीनगर व चाईबासा में जैव-सीएनजी संयंत्र की स्थापना होने से यह परियोजना अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का काम करेगी। साथ ही स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई शहरों में भूमि के विशाल हिस्से से कचरे के ढेर को हटाने का प्रयास भी होगा। इतना ही नहीं कांप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) के उपयोग से कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम करने, किसानों की आय, मवेशी पालने वाले ग्रामीणों की आय के स्रोत और उद्यमिता बढ़ाने के माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में सार्थक सिद्ध होगा। झारखंड को अपनी कुल ऊर्जा में प्राकृतिक गैसों का योगदान बढ़ाने में मदद मिलेगी।