बिहार में मानसून तो एक्टिव है, लेकिन कहीं-कहीं ही झमाझम बारिश हो रही है। वहीं, कुछ जिलों में बारिश होने की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। अब ऐसे में कई पुल-पुलिया खतरे में है। ऐसे में जहां बिहार में इस मॉनसून लगातार पुल पुलिया गिर रहे हैं। इस बीच औरंगाबाद में भी एक डायवर्सन पुल बह गया है। इससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। इसको लेकर लोगों में गुस्सा है।
बिहार में लगातार गिर रहे पुल के कारण सरकार भी निशाने पर है। हालांकि इस डायवर्सन पुल के बहने से किसी तरह की जान माल की क्षति नहीं हुई है। जिले के देव प्रखण्ड के चट्टी बाजार स्थित अम्बा देव रोड में पुल का निर्माण हो रहा है। इसी के पास बनाए गए वैकल्पिक सड़क और पुल बह गए। इधर, घटना की सूचना मिलते ही जिला परिषद प्रतिनिधि राजेश शर्मा ने ठेकेदार के प्रति रोष व्यक्त किया है। राजेश शर्मा ने बताया कि काम में लापरवाही की जा रही है। सरकार के पैसा का बंदरबाट यह नतीजा है कि डायवर्सन बह गया।
इस मामले में ग्रामीण शमशुल अंसारी ने बताया कि अम्बा से होकर धार्मिक नगरी देव जाने वाला यही एक सड़क है। इसके साथ ही बालूगंज की तरफ दर्जनों गांव के लोगों का देव जाने के लिए यही एकमात्र सम्पर्क मार्ग है, जो पहली बारिश में बह गया है। इस घटना के बाद लोगों को आवाजाही में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
धार्मिक आस्था का केंद्र सूर्य नगरी देव आने जाने के लिए हर दिन सैकड़ों श्रद्धालु अपने निजी वाहनों या सार्वजनिक वाहन से यात्रा करते थे। डायवर्सन टूट जाने के बाद से यह रास्ता पूरी तरह से पैदल मार्ग बनकर रह गया है। बालूगंज और अंबा पथ में बसने वाले दर्जनों गांव के लोगों को आकस्मिक स्थिति में एंबुलेंस के बजाए खटिया ही एकमात्र सहारा होगा।
बता दें कि बीते 20 से 25 दिनों के अंदर बिहार में लगातार पुल गिर रहे हैं। अब तक 15 से ज्यादा पुल ध्वस्त हो गए हैं। इसके अलावे पुलिया और सड़कें भी पानी में बह गई है। अररिया, सीवान, मोतिहारी, सारण, किशनगंज, मधुबनी आदि जिलों में पुल गिरा है। 18 जून को अररिया में पुल गिरने का सिलसिला जारी हुआ वह अब तक चल रहा है।