भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) को आज (शुक्रवार) को सुप्रीम कोर्ट से विदाई दी गई। अपना दो साल का कार्यकाल समाप्त करने वाले डीवाई चंद्रचूड़ का उच्चतम न्यायालय में विदाई समारोह हुआ। इस मौके पर उन्होंने सीजीआई के तौर पर देश को आखिरी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस सच को स्वीकार करते हुए कि अब वो देश के मुख्य न्यायाधीश नहीं रहेंगे, उन्होंने कहा, ‘मैं कल से न्याय नहीं दे पाऊंगा, लेकिन मैं संतुष्ट हूं।’
फेयरवेल में अपनी आखिरी स्पीच देते हुए डीवाई चंद्रचूड़ ने पिछली रात अपने रजिस्ट्रार ज्यूडिशियल के साथ हुई बातचीत को याद करते हुए कहा, ‘जब मेरे रजिस्ट्रार ज्यूडिशियल ने मुझसे पूछा कि समारोह किस समय शुरू होना चाहिए, तो मैंने दोपहर 2 बजे कहा, यह सोचकर कि इससे हमें बहुत सारी पेंडिंग चीजों को पूरा करने की अनुमति मिल जाएगी, लेकिन मैं मुझे आश्चर्य हुआ-क्या शुक्रवार की दोपहर 2 बजे सच में कोई यहां होगा? या मैं बस अपने आप को स्क्रीन पर देखता रह जाऊंगा?’
सीजेआई डीवाई चंद्रचूर्ण ने न्यायाधीशों की भूमिका को तीर्थयात्रियों के समान बताया, जो सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ हर दिन अदालत आते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम जो काम करते हैं वह मामले बना या बिगाड़ सकता है।’उन्होंने आगे कहा, ‘अगर मैंने कभी अदालत में किसी को चोट पहुंचाई है, तो कृपया मुझे इसके लिए माफ कर दें।’
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बता दें कि ठीक दो साल पहले 9 नवंबर, 2022 को डीवाई चंद्रचूड़ ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) का पदभार ग्रहण किया था। 10 नवंबर को अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद वो रविवार को सीजेआई के पद से विदाई लेंगे।