गोपालगंज जिले में बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है। सोमवार देर रात जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में रंगदारी और गैंगरेप के चार आरोपी पुलिस की गोली से घायल हो गए। पहली मुठभेड़ मीरगंज थाना क्षेत्र के सवरेजी गांव में हुई, जबकि दूसरी कुचायकोट थाना क्षेत्र के चंवर इलाके में हुई।

पहली मुठभेड़: रंगदारी केस में
मीरगंज के मंगलम ज्वेलर्स के मालिक प्रवीण सोनी से ₹5 लाख रंगदारी मांगने के मामले में फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस को सोमवार रात सूचना मिली कि अपराधी रंगदारी की पहली किश्त ₹1 लाख लेने पहुंचे हैं। इसी आधार पर घेराबंदी की गई। मुठभेड़ में एक अपराधी आयुष कुमार को पैर में गोली लगी जबकि दो साथी फरार हो गए। आयुष मीरगंज के सवरेजी गांव निवासी राजू वर्मा का पुत्र है। घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरी मुठभेड़: गैंगरेप के तीन आरोपी घायल
कुचायकोट थाना क्षेत्र में पुलिस ने सासामुसा स्टेशन पर यूपी से इलाज कराने आई युवती से गैंगरेप के मामले में फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की। इसी दौरान चंवर इलाके में अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में गैंगरेप के तीन आरोपी करीमन कुमार, अभिषेक कुमार और सोनू कुमार पैर में गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, अभिषेक को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, लेकिन छापेमारी के दौरान वह पुलिस की कस्टडी से हथियार छीनकर भागने लगा। तभी पुलिस ने जवाबी फायरिंग की।

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घटनास्थल से एक देसी कट्टा, रिवाल्वर और कारतूस भी बरामद किया गया है। घायल अपराधियों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी ने बताया कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2025 में अब तक गोपालगंज में सात मुठभेड़ हो चुकी हैं, जिनमें एक अपराधी मनीष यादव की मौत भी हो चुकी है। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से अपराधियों में दहशत का माहौल है।