पटना में कोचिंग संस्थान फिटजी के अचानक बंद हो जाने से छात्रों और उनके परिजनों में हलचल मच गई है। छात्रों के परिजनों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और शनिवार को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। लगभग 200 छात्रों और उनके परिजनों ने संस्थान के बंद होने को लेकर शिकायत की, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के कोचिंग संस्थान के बंद होने की जानकारी मिली।
शिकायत में क्या आरोप लगाए गए?
शिकायतकर्ता परिजनों ने आरोप लगाया कि फिटजी के शिक्षकों और कर्मियों ने बिना कोई सूचना दिए कोचिंग संस्थान को बंद कर दिया। इस बारे में छात्रों और उनके परिजनों को पहले से कोई नोटिस या सूचना नहीं दी गई थी। जब परिजन संस्थान पहुंचे और जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की, तो उन्हें गलत जानकारी दी गई।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
इस मामले को लेकर कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और एक विशेष टीम का गठन किया है। टीम अब फिटजी से जुड़े शिक्षकों और कर्मियों से पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके। पुलिस ने संस्थान के मुख्य अकाउंट की जानकारी जुटाने के लिए भी कार्रवाई शुरू कर दी है, ताकि अकाउंट को फ्रिज किया जा सके। एक्सिस बैंक के साथ भी पुलिस संपर्क करने की कोशिश कर रही है, जहां संस्थान के वर्चुअल अकाउंट में छात्रों द्वारा फीस जमा की गई थी।
क्या है वर्चुअल अकाउंट का मामला?
वर्तमान में पुलिस को सिर्फ संस्थान के वर्चुअल अकाउंट के बारे में जानकारी मिली है, जिसमें छात्रों ने अपनी फीस जमा की थी। हालांकि, पुलिस को संस्थान के मुख्य अकाउंट की जानकारी प्राप्त करनी है, जो मुंबई में स्थित है। पुलिस इस मामले की जांच में तेजी से जुटी हुई है ताकि छात्रों और उनके परिजनों के पैसे की रक्षा की जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
पुलिस का बयान
कोतवाली थाने के थाना प्रभारी राजन कुमार ने इस मामले में जानकारी दी कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी गंभीरता से इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फिटजी कोचिंग संस्थान के बंद होने से छात्र और उनके परिजन मानसिक और आर्थिक दोनों रूप से परेशान हैं। हालांकि, पुलिस द्वारा की जा रही जांच से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और छात्रों के साथ न्याय होगा। इस घटना ने कोचिंग संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा और संस्थानों के संचालन में पारदर्शिता की आवश्यकता को भी उजागर किया है।