मोक्षभूमि गया जी में सात समंदर पार से अपने पितरों की मुक्ति के लिए विदेशी पिंडदानियों का जत्था गया आया हैं। विदेशी पिंडदानियों का नेतृत्व लोकनाथ गौड कर रहे हैं, जो भारतीय मूल के निवासी हैं। भारतीय परिधान में सजी संवरी युवतियों में अफ्रीका, रूस, स्पेन, जर्मनी, यूक्रेन, नाइजीरिया, कजाकिस्तान से लगभग 15 विदेशी शामिल है।
गौर करने की बात यह है पिंडदान करने गया धाम आए विदेशियों के जत्था में युवक से अधिक युवतियां शामिल हैं। युवक कुर्ता पायजामा और युवतियां भारतीय परिधान साड़ी पहन रखी हैं। ये सभी कल सोमवार को अहले सुबह देवघाट पर पिंडदान व श्राद्ध कर्म के उपरांत फल्गु नदी में तर्पण करेंगे।

ज्ञात हो की मोक्षभूमि गयाजी में लोकनाथ गौड के अगुयायी में विगत 2016 से ही विदेशियों का जत्था निरंतर गया में पिंडदान करने आए हैं। इस संबंध में विदेश में इस्कॉन मंदिर से जुड़े स्वामी लोकनाथ गौड़ ने बताया कि विभिन्न देशों जैसे अफ्रीका, नाइजीरिया, कजाकिस्तान, यूक्रेन, रसिया एवं यमन से तीर्थ यात्री गया जी पहुंच चुके हैं।। सभी सोमवार को गयाधाम में पिंडदान के उपरांत फल्गु नदी में तर्पण करेंगे।
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उपरोक्त जत्था में शामिल विदेशियों को जिलाधिकारी गया डा त्यागरंजन एस एम ने अतिथि देवो भव के तर्ज पर अपने चैंबर में स्वागत किया। डीएम ने प्रत्येक को पितृपक्ष के मौके पर प्रकाशित स्मारिका तर्पण की एक एक प्रति और गंगाजल भेंट किया। जिलाधिकारी के हाथों हुई स्वागत से सभी विदेशी काफी अभिभूत हुए।