उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट की एक बैठक प्रयागराज में हुई। इसमें योगी सरकार ने कई फैसले लिए। इसमें प्रयागराज और उसके आसपास के इलाकों के विकास का खांका खींचा गया। यूपी सरकार ने प्रयागराज विंध्य क्षेत्र और वाराणसी विध्य क्षेत्र का गठन, गंगा एक्सप्रेस वे का मध्य प्रदेश की सीमा तक और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भी विस्तार रीवा तक करने का फैसला किया गया।

इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से एनसीआर के इलाकों से बिहार के लिए एक नया रूट भी मिल जाएगा। इस चरण के प्रयागराज-विंध्य-काशी एक्सप्रेसवे के नाम से जाना जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बिहार की सीमा तक गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेस वे के मिल जाने से पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को बिहार तक जाने का एक और वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा।

कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। गंगा नदी पर छह लेन का पुल बनाया जा रहा है। प्रयागराज को झूसी से जोड़ने के लिए एक और चार लेन का पुल बनाया जाएगा। यमुना नदी पर एक और सिग्नेचर ब्रिज बनाया जाएगा।
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इसके साथ ही योगी कैबिनेट ने गंगा एक्सप्रेसवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना का ऐलान किया है। इससे चित्रकूट और प्रयागराज जुड़ जाएंगे। इससे रोड कनेक्टिविटी और बेहतर होने वाली है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा से शुरू होकर औरैया, जालौनस हमीरपुर,महोबा और बांदा होते हुए चित्रकूट तक जाएगा। यह करीब 300 किमी लंबा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश की सीमा तक जाएगा।