रांची: सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर सवाल खड़े किये हैं। इस मामले को लेकर बाबूलाल ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा है कि सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये बहा दिये, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। इन स्कूलों में कार्यरत कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नहीं मिला। जबकि सरकार उन्हें 10 हजार रुपये का वेतन देकर पहले ही शोषण कर रही है। प्रचार में चमक-धमक दिखाने वाली सरकार कर्मचारियों के हक का भुगतान करने से क्यों कतरा रही है? सीएम से आग्रह है कि संबंधित कर्मचारियों को उनका बकाया वेतन तुरंत भुगतान किया जाये।
पटना की सड़कों पर गूंजा ‘डोमिसाइल नहीं तो वोट नहीं’.. छात्रों का जोरदार प्रदर्शन
चुनावी वर्ष में डोमिसाइल नीति का मुद्दा गरमा रहा है। बिहार में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर...