बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट के सुनवाई पर हरियाणा मंत्री अनिल विज ने विपक्ष पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव से पहले मतदाता सूचियों का सत्यापन हो रहा है। बाद में ये पार्टियां शोर मचाती हैं। अब पहले सत्यापन हो रहा है लेकिन फर्जी वोटों के फर्जी नेता, फर्जी पार्टियां, फर्जी वोटों के लिए शोर मचा रहे हैं। अगर आपके पास दस्तावेज़ हैं, तो आकर सत्यापन करवाएं। अपने वोट बनवा लो। अब अगर मतदाता सूचियों में सुधार हो रहा है तो इस पर आपत्ति करना गलत है।
बिहार वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी.. Aadhar पर चुनाव आयोग से पूछे तीखे सवाल
वहीं शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि सुप्रीम कोर्ट संज्ञान लेगी कि किस तरह से चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदीरा निभाने में नाकामयाब रहा है। वो बीजेपी के आदेश पर चल रहा है…महाराष्ट्र में जो पीठ पीछे हुआ वो बिहार में खुलेआम दिख रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि सुप्रीम कोर्ट इसका संज्ञान लेकर लोकतंत्र के वसूलों को और संविधान ने जो वोटर को अधिकार दिया है उसका किसी तरीके से हनन न हो उस पर कार्रवाई करेगी और इस सबको खारिज करेगी।

RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि ऐसा चुनाव आयोग का व्यवहार हमने हाल के वर्षों में नहीं देखा था। व्यक्ति के आने से आयोग का चरित्र नहीं बदलता, चुनाव आयुक्त ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा था कि मेरा कोई भी फैसला बिना राजनीतिक दलों के साथ चर्चा किए नहीं होगा। इतना बड़ा फैसले में किससे चर्चा की गई?