बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा के री-एग्जाम को लेकर पटना हाईकोर्ट में गुरुवार को होने वाली सुनवाई टल गई। बताया गया कि जिस बेंच में यह सुनवाई होनी थी, उसके न्यायाधीश छुट्टी पर हैं। सुनवाई की नई तारीख 4 फरवरी तय की गई है।
छात्रों का प्रदर्शन जारी
री-एग्जाम की मांग को लेकर 42 दिनों से पटना में आंदोलन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थी कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। गुरुवार को अभ्यर्थियों ने पटना की सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बीपीएससी कार्यालय और जेडीयू कार्यालय का घेराव किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करीब 30 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जबकि 300 से अधिक छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज की गई।
परीक्षा विवाद की पृष्ठभूमि
बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी। पटना के बापू परीक्षा भवन में इस दौरान गड़बड़ी और भारी बवाल हुआ, जिसके बाद उस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गई। प्रभावित करीब 12,000 परीक्षार्थियों के लिए 4 जनवरी 2025 को दोबारा परीक्षा आयोजित की गई। हालांकि, सभी अभ्यर्थी पूरे परीक्षा को रद्द कर री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं।
नेताओं का समर्थन
छात्रों के आंदोलन को विपक्ष और कई राजनीतिक नेताओं का समर्थन मिला है।
- पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार बंद का आयोजन किया।
- प्रशांत किशोर ने पटना गांधी मैदान में आमरण अनशन किया, हालांकि उन्हें वहां से हटा दिया गया।
- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने छात्रों की मांग का समर्थन किया।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटना के गर्दनीबाग में प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की।
- केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी री-एग्जाम की मांग उठाई है।
हाईकोर्ट में सुनवाई का अपडेट
अभ्यर्थियों की याचिका पर हाईकोर्ट ने आयोग से 30 जनवरी तक जवाब मांगा था, जिसे आयोग ने समय पर दाखिल कर दिया। लेकिन न्यायाधीश की अनुपस्थिति के कारण सुनवाई टाल दी गई। अब अगली सुनवाई 4 फरवरी को होगी।
अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द कर री-एग्जाम की मांग पर डटे हुए हैं। उनके अनुसार, परीक्षा में गड़बड़ी से सभी अभ्यर्थियों के भविष्य पर सवाल खड़ा हुआ है। कोर्ट के फैसले का इंतजार करते हुए छात्रों का प्रदर्शन पटना में जारी है, जो सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है।