बिहार विधानसभा चुनाव में बिहार की महिला वोटरों पर सभी राजनीतिक दलों की नजर है। एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से महिला संवाद यात्रा को लेकर पटना से रथ रवाना किए हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी भी महिलाओं के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करने में लगी हुई है। कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता और महिला अध्यक्ष अलका लांबा के नेतृत्व में राज्य के सभी 243 विधानसभा सीटों पर महिलाओं के बीच जन जागृति का अभियान चलाया जाएगा।

पटना में पार्टी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि बिहार में जब कांग्रेस पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी का गठन करेगा जिसमें 33 फ़ीसदी नहीं बल्कि 50 फ़ीसदी महिलाओं को जगह दी जाएगी। इस दौरान कांग्रेस नेता ने एक पोस्टर जारी किया है जिसमें स्लोगन दिया है “चर्चा महिला की बात कांग्रेस के साथ”। अलका लांबा ने कहा कि प्रखंड में ‘महिलाओं की बात कांग्रेस के साथ’ हमारा मुख्य लक्ष्य है। बिहार की भ्रष्ट सरकार, कमाई, दवाई, सुरक्षा और पढ़ाई कुछ भी नहीं दे पाई है। सरकार ने कुछ नहीं किया।

अलका लांबा ने आगे कहा कि फरवरी में मिशन बिहार की शुरुआत की थी। इसके माध्यम से अब तक 130 बैठकें की हैं। कुल 6500 बहनों से संपर्क साधा है। आज से दो दिवसीय महिला नेतृत्व सृजन शिविर की शुरुआत हुई है। सदाकत आश्रम में ही महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। 20 अप्रैल को 100 महिलाएं ट्रेनिंग के बाद रवाना हो जाएंगी। 31 मई तक यह अभियान चलेगा। 10000 महिलाओं के साथ बैठक करेंगे। आंगनबाड़ी, आशा वर्कर्स, मिड डे मील की महिलाएं, जीविका दीदी से चर्चा करेंगे। उनकी मांगों को लेकर घोषणा पत्र जारी करेंगे। इस मुद्दे पर आगामी विधानसभा सत्र के दौरान जुलाई में एक चार्जशीट जारी करेंगे। डबल इंजन की सरकार को घेरने की तैयारी शुरु हो गई है।
वहीं बिहार सरकार के ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम पर अलका लांबा ने कहा कि पिछले 10 साल से महिलाएं संवाद चाह रही थीं, लेकिन सीएम ने सारे रास्ते बंद कर दिए। अब महिला संवाद नहीं, बल्कि महिला विवाद होगा। यही महिलाएं सरकार के खिलाफ वोट करेंगी। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि सरकार ने सारी योजनाएं बिहार में महिलाओं को लेकर बनायी है। लेकिन आज जिस तरीके से पूरा भ्रष्टाचार हावी है, उसको हम इस चर्चा के माध्यम से लोगों को बताएंगे। इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।