मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कमान संभाल ली है। पार्टी की बागडोर लेने के साथ ही वह एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने आज पार्टी सांसदों की बुलाई है। दिल्ली के कामराज रोड स्थित अपने आवास पर सांसदों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने देशभर के जदयू की राज्य इकाइयों को भी बैठक में बुलाया है। वह सभी राज्य इकाइयों से वन-टू-वन मिलेंगे। सूत्रों की मानें तो बैठक में नीतीश लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करेंगे। राज्य इकाइयों से उनके यहां की स्थिति की जानकारी लेंगे। बैठक बाद ही नीतीश सीट शेयरिंग में बात रखेंगे।
बैठक बाद तय करेंगे कहां-कहां चुनाव लड़ेगी पार्टी
कार्यकारिणी की बैठक में जदयू अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा था कि बिहार में जदयू का गठबंधन राजद के साथ है और यहां चुनाव भी उनके साथ मिलकर लड़ा जाएगा। बिहार के अलावा कहां-कहां चुनाव लड़ा जा सकता है, उस पर वह राज्य इकाइयों के साथ बैठक बाद विचार करेंगे।
उम्मीदवारों की घोषणा भी शुरू कर दी
सीट शेयरिंग का फॉर्मूला या सहमति की प्रक्रिया पूरी होने से पहले नीतीश ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शुरू कर दी है। जदयू कार्यकारिणी की बैठक में विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को सीतामढ़ी से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की। ऐसे में देवेश चंद्र महागठबंधन के पहले उम्मीदवार होंगे, जिनके नाम की घोषणा की गई है। अभी सीतामढ़ी से जदयू के ही सुनील कुमार पिंटू सांसद हैं। वह लगातार सीएम नीतीश और जदयू के खिलाफ बयान दे रहे थे।
जातीय गणना को राष्ट्रीय मुद्दा बनाएंगे
नीतीश अपने जातीय गणना के मुद्दे को लोकसभा चुनाव में देश भर का एजेंडा बनाना चाहते हैं। इसके लिए वह राज्यों में जन जागरण अभियान चलाएंगे, जिसकी शुरुआत जनवरी में झारखंड से करेंगे। एमपी, यूपी व उन हिस्सों में भी जाएंगे, जहां कभी जदयू मजबूत था। अभी इसका शेड्यूल जारी नहीं हुआ है।