बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच बढ़ती राजनीतिक हिंसा ने एक बार फिर राज्य की सियासत को गरमा दिया है। गया जिले के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में NDA गठबंधन की सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM-Secular) के प्रत्याशी और मौजूदा विधायक अनिल कुमार के काफिले पर मंगलवार शाम को हुए जानलेवा हमले की घटना ने विपक्षी दलों के साथ-साथ NDA के नेताओं में भी आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना पर जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘लोकतंत्र पर सीधा आघात’ करार दिया है।
नीरज कुमार ने कहा, “चुनावी पर्व है। लोकतंत्र के इस पर्व से पहले NDA के झटक दल HAM(S) पार्टी के प्रत्याशी अति पिछड़ों की बस्तियों में जा रहे थे। लंपटों ने उनपर हमला किया। इस तरह की घटना की निंदा की जानी चाहिए।” उन्होंने हमलावरों को ‘लंपट’ बताते हुए चेतावनी दी कि ऐसी घटनाओं से लोकतांत्रिक प्रक्रिया कमजोर नहीं होनी चाहिए। कुमार ने NDA के सभी दलों से एकजुट होकर ऐसी हिंसा का मुकाबला करने का आह्वान किया।
अनिल कुमार ने हमले का आरोप स्थानीय यादव समुदाय से जुड़े कुछ लोगों पर लगाया है। उन्होंने इसे ‘हत्या की साजिश’ बताया और कहा, “मैं विधायक हूं, फिर भी मेरी जान पर बन आई। यह अति पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधियों को दबाने की कोशिश है।” घटना के बाद पुलिस ने गांव को छावनी में बदल दिया और 9 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। अनिल कुमार को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।






















