[Team insider] आय से अधिक संपत्ति मामले में कांग्रेस के विधायक बंधु तिर्की को रांची सिविल कोर्ट स्थित सीबीआई के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में सोमवार फैसला सुनाया गया, जिसमें उन्हें 3 साल की सजा हुई है और तीन लाख का जुर्माना लगाया गया।
बंधु तिर्की की राजनीतिक भविष्य भी तय होगी
ऐसे में बंधु तिर्की की राजनीतिक भविष्य भी तय होगी। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश के मुताबिक अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा हुई है तो ऐसे में उनकी सदस्यता(संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाएगी। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों पर तत्काल प्रभाव से लागू होगा। सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 8 (4) निरस्त कर दिया है। हालांकि, कोर्ट ने इन दागी प्रत्याशियों को एक राहत जरूर दी है। सुप्रीम कोर्ट का कोई भी फैसला इनके पक्ष में आएगा तो इनका सदस्यता स्वत: ही वापस हो जाएगी।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप
झारखंड के पूर्व मंत्री व मांडर विधानसभा से विधायक बंधु तिर्की पर आय से अधिक संपत्ति मामले में सीबीआई ने एक अगस्त 2010 को (आरसी-5 ए/ 2010) केस दर्ज किया था। सीबीआई जांच में पता चला है कि बंधु तिर्की ने मांडर का विधायक रहते हुए मार्च 2005 से जून 2009 तक 6 लाख 28 हजार 698 रुपये आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी।
उपचुनाव में अधिकांश सीट पर कांग्रेस का दबदबा
अगर बंधु तिर्की की विधायकी समाप्त होती है तो झारखंड की राजनीति में एक बार फिर उपचुनाव होने की स्थिति पैदा हो जाएगी। वहीं अगर उपचुनाव के इतिहास की बात करें, तो पिछले 5 सालों के हुए उपचुनाव में अधिकांश सीट पर कांग्रेस ने अपना दबदबा कायम किया है। वही पिछले 5 सालों के उपचुनाव का इतिहास देखें तो भाजपा ने सिर्फ एक सीट पर जीत दर्ज की है।
पिछले 5 सालों के उपचुनाव का इतिहास
2020 में दुमका और बेरमो सीट पर उपचुनाव हुए, जहां दुमका सीट से जेएमएम के बसंत सोरेन ने जीत दर्ज की तो वहीं कांग्रेस के अनूप सिंह ने जीत दर्ज की थी।
2018 में कोलेबिरा विधानसभा सीट झारखंड पार्टी से एनोस एक्का की विधायकी अयोग्य साबित होने के बाद से कांग्रेस के विक्सल कोंगाड़ी ने जीत दर्ज की थी।
2017 में लिट़्टीपाड़ा सीट से जेएमएम के विधायक अनिल मुर्मू के निधन पर खाली हुआ था, इस उपचुनाव में भी जेएमएम के ही साइमन मरांडी ने जीत दर्ज की थी।
2016 में गोड्डा और पांकी विधानसभा में उपचुनाव हुआ था, जिसमें गोड्डा सीट से भाजपा के उम्मीदवार अमित कुमार मंडल ने जीत दर्ज की थी, वहीं पाकी विधानसभा से कांग्रेस सीट से देवेंद्र कुमार सिंह ने जीत दर्ज की थी।
2015 में लोहरदगा सीट से आजसू के कमल किशोर भगत की विधायकी अयोग्य साबित होने के बाद इस सीट से कांग्रेस के विधायक सुखदेव भगत ने जीत दर्ज की थी।