[Team insider] राजस्थान के लालसोट में रांची की डॉक्टर अर्चना शर्मा के आत्महत्या में देश भर में डॉक्टरों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। ऐसे में झारखंड आईएमए और झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन डॉ. अर्चना को इंसाफ दिलाने के लिए मैदान में कूद पड़ा है। इसे लेकर 2 अप्रैल को राज्य के सभी अस्पताल नर्सिंग होम और क्लीनिक बंद रहेंगे। इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेगी वहीं मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा
मरीज की मौत के बाद अर्चना ने सुसाइड कर लिया था
बता दें कि राजस्थान के दौसा जिले में सोमवार को प्रसव के दौरान एक मरीज की मौत से पैदा हुए हालात ने डॉ अर्चना को सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया। मानसिक तनाव ने मंगलवार को रांची की होनहार बेटी की जान ले ली। इस पूरे मामले में पुलिस का रवैया संदेह के दायरे में है क्योंकि डॉ अर्चना शर्मा और उनके पति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। इसके बाद से राजस्थान में पुलिस, प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। शुक्रवार को आईएमए और झासा ने संयुक्त रूप से कार्य बहिष्कार की घोषणा की है।
रिम्स परिसर में शांतिपूर्ण कैंडल-लाइट विरोध प्रदर्शन किया गया था
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन(जेडीए) रिम्स ने इस घटना की कड़ी निंदा की। साथ ही मांग की है कि राज्य सरकार डॉ अर्चना के परिवार को प्राथमिकी तत्काल वापस लेने के साथ पूरी घटना की उचित जांच कराई जाए। इससे पहले गुरुवार को रिम्स परिसर में शांतिपूर्ण कैंडल-लाइट विरोध प्रदर्शन किया गया था। जिसमे जेडीए, रिम्स के सीनियर डॉक्टर्स, आइएमए, झासा, एएचपीआई के अलावा अन्य समर्थन में एक साथ आ गए। साथ ही सभी ने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जिससे कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति झारखंड में न हो। इसके अलावा डॉक्टरों को एक भयमुक्त माहौल मिले जिससे कि वे बिना किसी टेंशन के मरीजों का इलाज कर सके।