रांची : आरयू के परीक्षा विभाग में सटिर्फिकेट वेरिफिकेशन के नाम पर पास छात्रों को फेल बताने वाले स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में विवि प्रशासन द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन को दो मामले में ऐसे प्रमाण मिले हैं, जिसमें पास छात्र को असफल करार दे दिया गया था। विश्वविद्यालय स्टाफ की इस करतूत के कारण संबंधित स्टूडेंट की नौकरी भी जा सकती थी।
बताते चलें कि प्रभावित छात्र ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर न्याय की गुहार लगाई थी। इसके बाद भी स्टूडेंट को फेल करने का मामला प्रकाश में आया था। जांच के क्रम में वीके देवधरिया का नाम सामने आया था। इससे पहले आरोपी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था।
क्या है मामला
आरयू से 1997 में बीए ऑनर्स उत्तीर्ण विद्यार्थी संजीव कुमार दुबे वर्तमान में जॉब कर रहा है। नियोक्ता ने परीक्षा विभाग को उनका सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए भेजा था। परीक्षा विभाग का स्टाफ बीके देवधरिया ने उत्तीर्ण विद्यार्थी का दो सर्टिफिकेट तैयार किया। एक में उसे उत्तीर्ण व एक में अनुत्तीर्ण दिखाया और अनुत्तीर्ण की रिपोर्ट भेज दी थी। प्रभावित छात्र हाई कोर्ट चला गया।
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ज्ञात हो कि उत्तीर्ण रिपोर्ट भेजने के एवज में उक्त कर्मी द्वारा पैसे की मांग की जाती थी। स्टूडेंट ने पैसे देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसे असफल की रिपोर्ट भेज दी थी। हाई कोर्ट ने प्रभावित स्टूडेंट के पक्ष में फैसला दिया था। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने संबंधित कर्मियों से इस मामले में पूछताछ की तो कर्मचारियों ने पास वाला रिपोर्ट दिखा दिया।