Jharkhand SIR Update: झारखंड में चुनावी हलचल तेज होने वाली है। बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर उठे विवाद के बाद अब केंद्रीय चुनाव आयोग ने पूरे देश में SIR लागू करने की योजना बनाई है और इसका अगला पड़ाव झारखंड होगा। सूत्रों के अनुसार आयोग सितंबर के अंतिम सप्ताह तक आधिकारिक आदेश जारी कर सकता है और अक्टूबर से झारखंड में मतदाता सूची की विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बार 1 जनवरी 2026 को आधार तिथि माना गया है, यानी उसी दिन तक के सभी योग्य नागरिक मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे।
बिहार में SIR के दौरान बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद देखने को मिला था। विपक्ष ने प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया। कई मामलों में जीवित मतदाताओं को मृत घोषित करने और फर्जी नाम जोड़ने जैसी शिकायतें सामने आईं। अब झारखंड में चुनाव आयोग इन अनुभवों को ध्यान में रखते हुए अधिक पारदर्शी और तकनीक-आधारित पद्धति अपनाने की तैयारी कर रहा है।
साल 2026 में असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। आयोग चाहता है कि इन चुनावों से पहले मतदाता सूची पूरी तरह अद्यतन और त्रुटिहीन हो। इसी उद्देश्य से झारखंड में SIR को अहम माना जा रहा है। हाल ही में केंद्रीय चुनाव आयोग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्यों में SIR की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की।






















