राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में निकाली गई महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा का आज पटना में समापन हो रहा है। यात्रा को लेकर सियासी बयानबाज़ी भी तेज हो गई है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने यात्रा को निरर्थक बताते हुए राहुल और तेजस्वी पर तीखा हमला बोला।
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रविवार को पटना के टाउन हॉल में आयोजित हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा की जनसमर्थन सभा को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि राहुल-तेजस्वी की यह यात्रा केवल दिखावा है। दोनों मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद कोई इनकी सुध नहीं लेगा। मांझी ने राहुल और तेजस्वी द्वारा मंच से प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की और कहा कि इस प्रकार की भाषा लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने प्रशांत किशोर की पार्टी को हवा-हवाई करार देते हुए उसकी राजनीतिक प्रासंगिकता पर भी सवाल उठाए।
सभा के दौरान मांझी ने कई लोकलुभावन घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी के 20 से 30 विधायक विधानसभा में पहुंचते हैं, तो वे गरीबों की आवाज को और मजबूती से उठाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने वादा किया कि अगर पार्टी को पर्याप्त समर्थन मिला, तो राज्य के 13 लाख भूमिहीनों को सवा-सवा एकड़ ज़मीन घर और खेती के लिए दिलाने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने हर पांच व्यक्ति पर एक ट्रैक्टर देने की भी घोषणा की।मांझी ने मतदाताओं से अपील की कि वे चुनाव में लालच और शराब जैसे प्रलोभनों से दूर रहकर अपने और अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मतदान करें। उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण कार्य को सही ठहराते हुए आरोप लगाया कि महागठबंधन हार के डर से लोगों को गुमराह कर रहा है।






















