केरल के वायनाड जिले में हुए भीषण भूस्खलन ने जहां पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, वहीं इसका असर बिहार के वैशाली जिले के एक दलित टोले पर भी गहरा पड़ा है। गोरौल प्रखंड की महमदपुर पोझा पंचायत के साढ़े तीन सौ की आबादी वाले इस टोले में रहने वाले कई लोग वायनाड में चाय बागान में मजदूरी करते थे।
एक की मौत, कई लापता
इस भयानक घटना में इस टोले के एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि एक व्यक्ति अभी भी लापता है। दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है।
मृतक महिला फूल कुमारी देवी अपने पति उपेंद्र पासवान के साथ वायनाड में रहकर मजदूरी करती थी। भूस्खलन में उनका घर पूरी तरह से तबाह हो गया था।
जंदाहा प्रखंड से भी लापता
सिर्फ गोरौल ही नहीं, बल्कि जंदाहा प्रखंड के रसलपुर पुरुषोत्तम पंचायत के रामपुर चकलाला गांव के दो युवक भी वायनाड में लापता हैं। वे दोनों एक प्राइवेट कंपनी में मजदूरी करते थे।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इस घटना के बाद पीड़ित परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। परिजन अपने अपनों को खोने का गम नहीं सह पा रहे हैं। लापता लोगों की तलाश में जुटे परिवारजन हर पल दुआएं कर रहे हैं कि उनके प्रियजन सुरक्षित हों।
वायनाड में मजदूरी करने जाते थे
वैशाली जिले के पातेपुर और जंदाहा के कई लोग वायनाड के चाय बागानों में मजदूरी करते हैं। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण ये लोग बेहतर जिंदगी की तलाश में दूर-दूर तक जाते हैं।
एक महीने पहले गया था बिजनेश
लापता बिजनेश पासवान के पिता सुरेंद्र पासवान ने बताया कि उनका बेटा एक महीने पहले ही वायनाड गया था। वह अपने भतीजे की शादी में गांव आया था और फिर वापस काम पर चला गया।
उपेंद्र और अरुण का चल रहा है इलाज
घायल उपेंद्र पासवान का इलाज चूरलमाला के अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, अरुण पासवान भी बुरी तरह जख्मी है।
दलित टोले पर गहरा असर
यह घटना विशेष रूप से गोरौल प्रखंड के दलित टोले के लिए एक बड़ा झटका है। इस टोले के अधिकांश लोग वायनाड में मजदूरी करते हैं और अब इस घटना ने उनके जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
समाजसेवी संस्थाओं से मदद की गुहार
पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए स्थानीय प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं से मदद की गुहार लगाई जा रही है।
यह घटना एक बार फिर गरीबों और मजदूरों के जीवन की कठिनाइयों को उजागर करती है। जो लोग बेहतर जीवन की तलाश में दूर-दूर तक जाते हैं, उन्हें अक्सर प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है।