उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ने और नई पार्टी बनाने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बरसे हैं। उन्होंने पहले तो ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को नई पार्टी बनाने के लिए शुभकामना दी। लेकिन लगे हाथ यह भी कहा कि जहां जाएं, स्थिर रहें। ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा की बैठक के बारे में कहा कि कोई जदयू का कार्यकर्ता उपेंद्र कुशवाहा की बैठक में नहीं गया है। उनका एक कुनबा है, उसी के लोग थे। इसके बाद ललन सिंह ने कहा कि अब नई पार्टी उपेंद्र कुशवाहा ने बना ली है। नई पार्टी के लिए शुभकामना है। लेकिन जहां जाएं, स्थिर रहें।
ललन ने याद दिलाई पुरानी बातें
कुशवाहा पर हमला करते हुए ललन ने कहा कि वे पहली बार ही विधायक बने थे कि नीतीश कुमार ने उन्हें विधायक दल का नेता बना दिया। तब कोई तैयार नहीं था नेता मानने के लिए लेकिन सीएम ने उनका सम्मान किया। बाद में उन्होंने राज्यसभा जाने की इच्छा जाहिर की। वहां भी भेज दिया गया। लेकिन 3 महीने में ही दल विरोधी काम शुरू कर दिया। इस बार भी उपेंद्र कुशवाहा ने बार बार आग्रह किया, लेकिन कोई उन्हें शामिल करने के पक्ष में नहीं था। लेकिन सीएम ने कहा कि फैसला कर लिया है। इसके बाद वे शामिल हुए।
नीतीश की वर्किंग स्टाइल की चर्चा
वैसे तो उपेंद्र कुशवाहा को जदयू से कई शिकायतें हैं। लेकिन इसमें एक और बड़ी शिकायत है कि नीतीश कुमार उनकी नहीं सुनते हैं बल्कि कुछ लोगों से घिरे हैं। इस मामले में ललन सिंह ने कहा कि व्यक्तिगत अतिमहत्वकांक्षा के शिकार हैं उपेंद्र कुशवाहा। उन पर कोई भरोसा नहीं कर सकता है। पिछले दिसंबर से ही लगे थे। दिल्ली आना-जाना हो रहा था। सबकुछ जानकारी में था। रही बात सीएम नीतीश कुमार के सुनने की तो वे सुनते सबकी हैं, करते अपने मन की हैं।