लालू यादव ने अचानक ममता बनर्जी के समर्थन में बैटिंग कर पूरे देश में कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर बड़े सवाल उठाने वालों को मौका दे दिया। लालू यादव का बयान इंडी गठबंधन के नेतृत्व को लेकर आया, जिसमें उन्होंने ममता बनर्जी को समर्थन दिया। लालू के इस बयान को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए समझा गया। लेकिन अब कांग्रेस ने लालू यादव के बयान का पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव को ही फंसा दिया है। दरअसल, लालू यादव और राजद का एक ही ख्वाब है कि बिहार में तेजस्वी सरकार फुलफ्लेज में बने। क्योंकि दो बार उपमुख्यमंत्री का अधूरा कार्यकाल तेजस्वी के लिए बड़ी टीस है। इसलिए 2025 में तेजस्वी को हर हाल में कंट्रोल अपने हाथ में चाहिए, लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं दिख रही।
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में कौन किसी ओर लड़ेगा और कौन जीतेगा, यह तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगर इसी हालात में चुनाव होते हैं तो भी तेजस्वी यादव को फ्री हैंड नहीं मिलेगा। क्योंकि कांग्रेस तेजस्वी को सीएम मानने के लिए तो तैयार है कि उसे डिप्टी सीएम के दो पद चाहिए। इसमें कांग्रेस ने एक पद मुसलमान और दूसरा सवर्ण समाज के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा तेजस्वी की सरकार बनी और मुकेश सहनी भी साथ रहे तो उन्हें भी डिप्टी सीएम बनना है और इस बात का इजहार वे कई बार कर चुके हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव को कांग्रेस ने अपने लिए दो उपमुख्यमंत्री पद मांग पर फंसा दिया है।
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के भीतर सत्ता-साझेदारी को लेकर तनाव गहराता जा रहा है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर दबाव बनाते हुए अपनी मांगों को स्पष्ट कर दिया है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी शाहनवाज आलम ने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो कांग्रेस से दो डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे, जिनमें से एक मुसलमान होगा। कांग्रेस ने अपनी इस मांग के जरिए महागठबंधन में अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने की कोशिश की है। शाहनवाज आलम के इस बयान ने महागठबंधन के प्रमुख दल आरजेडी पर दबाव बढ़ा दिया है। इससे पहले मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी डिप्टी सीएम के पद की मांग कर चुकी है।
महागठबंधन के भीतर इन मांगों ने आरजेडी के नेता और मौजूदा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सामने एक कठिन स्थिति पैदा कर दी है। अगर 2025 में महागठबंधन सत्ता में आता है, तो उन्हें तीन डिप्टी सीएम बनाने की संभावना पर विचार करना पड़ सकता है। महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी, और अन्य छोटे दल शामिल हैं। यह गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए बनाया गया है। हालांकि, सत्ता-साझेदारी को लेकर उठते सवालों ने गठबंधन के भीतर तनाव बढ़ा दिया है।