बिहार की राजधानी पटना में मशहूर उद्योगपति गोपाल खेमका की सिर में गोली मारकर हत्या ने एक बार फिर राज्य में ‘जंगलराज’ के दौर की भयावह तस्वीर उकेर दी है। शुक्रवार देर रात हुई इस सनसनीखेज वारदात ने नीतीश सरकार के सुशासन के दावों पर सवाल खड़े कर दिए। खेमका की हत्या कोई इकलौती घटना नहीं, बल्कि इसी वर्ष कई बड़े कारोबारियों की हत्या कर दी गई है जिससे व्यवसायी वर्ग में दहशत है। सिवान जिले में भी कल गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हुई है।
बिहार में नरसंहार.. सिवान में 6 लोगों को मारी गोली, 3 की मौत
इन सभी घटनाओं को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट लिखकर कहा है कि नीतीश नीत राक्षसराज में बिहार में कानून-व्यवस्था की अंत्येष्टि हो चुकी है। राजधानी पटना के साथ-साथ पूरे सूबे में बेलगाम अपराध का आलम तो कुछ ऐसा है कि अगर किसी दिन ये सुनने को मिले कि बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े मुख्यमंत्री आवास में घुस कर किसी वारदात को अंजाम दे दिया तो कोई आश्चर्य नहीं होगा..!!
पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
वर्त्तमान बिहार की कड़वी व् दुःखद सच्चाई तो यही है कि नक्कारेपन की पराकाष्ठा पार कर चुकी नीतीश कुमार जी की सरपरस्ती वाली नक्कारी सरकार के शासन में पूरा पुलिस-प्रशासनिक महकमा नक्कारों की टोली बना बैठा है। आपराधिक घटनाओं के पश्चात महज खानापूर्ति के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना और जाँच, अनुसंधान की खानापूर्ति करने से ज्यादा कुछ भी करने लायक नहीं रह गयी है बिहार की पुलिस।
मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री कानून-व्यवस्था पर समीक्षा बैठकों की औपचारिकता पूरी कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं और पुलिस महकमे के मुखिया व जिलों के वरीय पुलिस पदाधिकारीगण घिसी-पिटी, रटी-रटायी बातें दुहरा कर खुद अपनी पीठ थपथपा लेते हैं।