बिहार की सियासत में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर हलचल तेज हो गई है। इस क्रम में महागठबंधन (INDIA Alliance) की अहम बैठक आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास, 1 पोलो रोड पर संपन्न हुई। बैठक का मुख्य फोकस रहा – सीट शेयरिंग का प्रारूप तय करना और चुनावी रणनीति पर संवाद स्थापित करना। खास बात यह रही कि सभी दलों से यह लिखित तौर पर सीटों की सूची मांगी गई है, जिस पर वे चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं।
बैठक में कौन-कौन रहे शामिल?
इस चौथी बैठक में राजद, कांग्रेस, तीनों वामपंथी दल (CPM, CPI, CPI-ML) और वीआईपी (मुकेश सहनी) सहित अन्य घटक दलों के शीर्ष नेता शामिल रहे। समन्वय समिति के सदस्य और अलग-अलग उपसमितियों के प्रतिनिधि भी इस बार सक्रिय भागीदारी में नज़र आए।
बैठक के बाद जो संकेत निकलकर सामने आए, उनमें सबसे बड़ा यह रहा कि अब सीट शेयरिंग प्रक्रिया औपचारिक मोड़ में प्रवेश कर चुकी है।
तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कहा कि प्रत्येक घटक दल को आगामी बैठक से पहले अपनी-अपनी सीटों की विस्तृत रिपोर्ट देनी होगी, ताकि सहमति आधारित फॉर्मूला तय किया जा सके।
सीपीएम विधायक अजय कुमार ने बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सभी दल संयुक्त आंदोलन चलाएंगे। इससे यह स्पष्ट होता है कि महागठबंधन अब केवल सीट बंटवारे पर नहीं, बल्कि नीतीश सरकार को घेरने के लिए जमीनी आंदोलन की तैयारी भी कर रहा है।
सीट बंटवारे का गणित और समीकरण
हालांकि आज की बैठक में सीटों का फाइनल बंटवारा नहीं हुआ, लेकिन यह संकेत स्पष्ट है कि:
- बड़े दल (RJD, कांग्रेस) को अधिक सीटें मिल सकती हैं।
- वामदल और VIP जैसी छोटी पार्टियों को कम सीटों पर सम्मानजनक समझौता तलाशना होगा।
- दलों को अब अपनी जमीनी ताकत और प्रभाव वाले क्षेत्र के आधार पर रिपोर्ट जमा करनी होगी।