Mahua Vidhansabha 2025: महुआ विधानसभा क्षेत्र (निर्वाचन क्षेत्र संख्या 126) बिहार की राजनीति में हमेशा चर्चा का केंद्र रहा है। इसे हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का सबसे वीआईपी इलाका कहा जाता है। इस सीट को खास बनाने वाली बात यह है कि यह लालू प्रसाद यादव के परिवार से गहराई से जुड़ी रही है। तेज प्रताप यादव ने यहीं से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और पहली बार विधायक बने थे। ऐसे में हर चुनाव में महुआ सीट का समीकरण पूरे बिहार की राजनीति को प्रभावित करता है।
चुनावी इतिहास
महुआ का राजनीतिक इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है। इस सीट पर अब तक कांग्रेस और राजद ने 4-4 बार जीत दर्ज की है। हालांकि कांग्रेस का अस्तित्व अब पूरी तरह खत्म हो चुका है। आखिरी बार 1962 में कांग्रेस की मीरा देवी ने यहां जीत दर्ज की थी। उसके बाद 2000 में यह सीट राजद के खाते में गई और 2010 में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने पहली बार इस गढ़ में सेंध लगाई। रविंद्र राय ने उस चुनाव में जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया। मगर 2015 आते-आते समीकरण बदल गए और महागठबंधन की लहर में लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ‘हम’ पार्टी के उम्मीदवार रविंद्र राय को शिकस्त देकर धमाकेदार जीत दर्ज की।
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2015 में तेज प्रताप को कुल 43 फीसदी वोट मिले थे, जबकि रविंद्र राय 25 प्रतिशत वोट पर सिमट गए। इसके बाद 2020 के चुनाव में भी राजद ने अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी। इस बार राजद के मुकेश कुमार रौशन ने जदयू की आश्मा परवीन को 13,687 वोटों से हराया। एलजेपी के संजय कुमार सिंह तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 25,146 वोट हासिल हुए।
जातीय समीकरण
जातीय समीकरण की बात करें तो महुआ में मुस्लिम और यादव मतदाता मिलकर करीब 35 फीसदी का वोट बैंक बनाते हैं। इसके अलावा पासवान और रविदास मतदाताओं की भी अच्छी संख्या है। अनुसूचित जाति का वोट यहां सबसे निर्णायक माना जाता है क्योंकि इनकी हिस्सेदारी 21.17 फीसदी है। 2011 की जनगणना के मुताबिक महुआ की आबादी 4.1 लाख है और यह पूरा इलाका ग्रामीण चरित्र वाला है। 2019 की वोटर लिस्ट में यहां कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 2.7 लाख दर्ज की गई थी।
महुआ विधानसभा सीट को लेकर यह सवाल हमेशा बना रहता है कि क्या यह क्षेत्र राजद का अभेद्य गढ़ बना रहेगा या फिर किसी और दल को यहां मौका मिलेगा। जातीय समीकरण, लालू परिवार का प्रभाव और महागठबंधन बनाम एनडीए का मुकाबला ही यहां की चुनावी लड़ाई को और दिलचस्प बना देता है।






















